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Posted by: | Posted on: February 24, 2020

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय प्रताप ने अग्रवाल कॉन्वैन्ट स्कूल के वार्षिक उत्सव पर स्कूल प्रशाशन को बधाई दी

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है, और हर व्याक्ति के जीवन की राह शिक्षा से आसान हो जाती है। एसजीएम नगर स्थित अग्रवाल कॉन्वैन्ट स्कूल के वार्षिक उत्सव पर उक्त शब्द कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय प्रताप ने बच्चों को संबोंधित करते हुए कहे।  समारोह में बच्च्चों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए श्री प्रताप ने कहा धरती पर सैकडों हजारों तरह के जीव-जन्तु मनुष्य के साथ रहते हैं, मगर अच्छे बुरे की पहचान करने का ज्ञान मनुष्य को ही शिक्षा से प्राप्त होता है। शिक्षा कि दम पर मनुष्य किसी भी मुकाम पर पहुंच सकता है।  श्री प्रताप ने बच्चों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने, और पानी बचाने के लिए शपथ दिलाई, और बच्चों को कहा आने वाले समय में पानी की बहुत कमी हो सकती है। इसलिए पानी को बर्वाद न करें। उन्होने कहा इधर उधर कूडा न फेंके। अपने आस पास के क्षेत्रों को साफ रखें। ध्वनि प्रदूषण और वायू प्रदूषण न करें। उन्होने कहा वतावरण को शुद्ध रखना हमारा ही दायित्व है।  इस अवसर पर स्कूल के प्रिंसीपल एस. एन. गुप्ता ने विजय प्रताप का फूलों से स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया। श्री गुप्ता ने स्कूल कि विषय जानकारी देते हुए बताया पिछले 22 वर्ष के लम्बे समय में स्कूल से हजारों बच्चे शिक्षा लेकर अपना भविष्य बना चुके हैं। स्कूल समयानुसार अपनी शिक्षा को अपग्रेड करता रहता है। समारोह में मंच का संचालन अध्यापिका सविता ने किया।  इस मौके पर अध्यापिका दीपिका गुप्ता, बबीता गुप्ता, अपसरा, मानषी, नेहा, मौसमी, सिमर, नीतू, रागनी एवं दीक्षा सहित बच्चों के माता-पिता मौजूद थे।

Posted by: | Posted on: February 24, 2020

नालंदा सीनियर सेकेंडरी स्कूल दयालपुर के प्रांगण में विद्यालय का वार्षिक उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | नालंदा सीनियर सेकेंडरी स्कूल दयालपुर के प्रांगण में विद्यालय का वार्षिक उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि पृथला विधानसभा क्षेत्र के विधायक नयनपाल रावत एवं विशिष्ट अतिथि धर्मपाल यादव चैयरमेन (विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई | सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसके बाद छात्र एवं छात्राओं द्वारा गणेश वंदना की सुंदर प्रस्तुति की गईl छोटे-छोटे बच्चों द्वारा देशभक्ति के गीतों ने समारोह में उपस्थित लोगों का मन जीत लिया एवं छात्रों द्वारा विभिन्न प्रांतों के लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर अनेकता में एकता के सूत्र को प्रतिपादित किया l मुख्य अतिथि विधायक नयनपाल रावत ने अपने उद्बोधन में विद्यालय के संस्थापक जितेंदर की तरह उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की बात कही l अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य ने विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए सभी छात्र एवं छात्राओं को निरंतर परिश्रम करते हुए नए-नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रेरित किया l इस मोके पर गांव की बेटी एवं शहीद संदीप की वीरांगना को स्कूल की तरफ सम्मान राशि देकर सम्मानित किया गया | इस मौके पर मुख्यरूप से नवयुग स्कूल के प्रिंसिपल वेदपाल धनकड़,परमहंस स्कूल के चैयरमेन हुकुमचंद नरवत , दीपक यादव, भारतभूषण शर्मा आदि शिक्षाविद मौजूद रहे | फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | नालंदा सीनियर सेकेंडरी स्कूल दयालपुर के प्रांगण में विद्यालय का वार्षिक उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि पृथला विधानसभा क्षेत्र के विधायक नयनपाल रावत एवं विशिष्ट अतिथि धर्मपाल यादव चैयरमेन (विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई lसर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसके बाद छात्र एवं छात्राओं द्वारा गणेश वंदना की सुंदर प्रस्तुति की गईl छोटे-छोटे बच्चों द्वारा देशभक्ति के गीतों ने समारोह में उपस्थित लोगों का मन जीत लिया एवं छात्रों द्वारा विभिन्न प्रांतों के लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर अनेकता में एकता के सूत्र को प्रतिपादित किया l मुख्य अतिथि विधायक नयनपाल रावत ने अपने उद्बोधन में विद्यालय के संस्थापक चौधरी वीरेंदर चौधरी की तरह उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की बात कही l अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य संगीता चौधरी ने विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए सभी छात्र एवं छात्राओं को निरंतर परिश्रम करते हुए नए-नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रेरित किया l इस मोके पर गांव की बेटी एवं शहीद संदीप की वीरांगना को स्कूल की तरफ सम्मान राशि देकर सम्मानित किया गया |नालंदा स्कूल बल्लबगढ़ के प्रिंसिपल जितेंदर कुमार ने आये हुए अतिथि एवं अभिभावकगण का स्वागत एवं धन्यवाद किया | इस मौके पर मुख्यरूप से नवयुग स्कूल के प्रिंसिपल वेदपाल धनकड़,परमहंस स्कूल के चैयरमेन हुकुमचंद नरवत , दीपक यादव, भारतभूषण शर्मा ,तिलक तंवर (एलआईसी),नानकचंद तंवर आदि शिक्षाविद मौजूद रहे |

Posted by: | Posted on: February 22, 2020

होली पर क्यों नही खानी चाहिए गुजिया जानिए सुनैना सिंह एवं पूजा सोलंकी की इस खास रिपोर्ट में।

बीकानेर मिष्ठान भंडार (ओल्ड फरीदाबाद ) के मैनेजर रूप सिंह ने बताया की देसी घी से निर्मित गुजियालगभग 5 से 7 दिन तक ठीक रहती है।
देसी घी गुजिया -400 रूपये
सदा गुजिया -200
पनीर गुजिया -400

गुझिया बनाने की विधि

आवश्यक सामग्री :
गुझिया में भरने के लिये-
1- मावा/खोया_Mawa – 400 ग्राम,
2- शक्कर_Sugar – 400 ग्राम (पिसी हुई),
3- सूजी_Semolina – 100 ग्राम,
4- सूखा नारियल_Dry coconut – 100 ग्राम,
5- काजू_Cashew – 100 ग्राम (महीन कतरे हुए),
6-किशमिश_Raisins – 50 ग्राम (डंठल रहित),
7-घी_Ghee – 02 बड़े चम्मच,
8- छोटी इलाइची_Green cardamom -08 (छील कर कूटी हुई)
9-गुझिया का आटा तैयार करने के लिये-
10- मैदा-500 ग्राम,
11- दूध_Milk – 50 ग्राम,
12-घी_Ghee – 125 ग्राम (आटा में डालने के लिये),
13-घी_Ghee – गुझिया तलने के लिये।

गुझिया बनाने की विधि :
गुझिया रेसिपी के लिए सबसे पहले गुझियों में भरने के लिए भरावन तैयार करना है। इसके लिए एक भारी तले की कढ़ाई लें और उसमें मावा (खोया) को हल्का भूरा होने तक भून लें और उसे एक एक अलग बर्तन में निकाल लें।
इसके बाद कढ़ाई में घी डालें और सूजी डाल कर उसे भी हल्का ब्राउन होेने तक भून लें। भुन जाने पर सूजी को भी एक अलग बर्तन में निकाल लें। अब मावा (खोया), सूजी, शक्कर और मेवों को अच्छी तरह से मिला लें। अब आपकी भरावन तैयार है।

अब गुझिया बनाने के आटा की तैयारी करनी है। इसके लिए सबसे पहले घी को पिघला लें। फिर उसे छने हुए मैदा में डाल कर अच्छी तरह से मिला लें।

इसके बाद दूध को भी आटे में मिला दें और उसके बाद पर्याप्त मात्रा में पानी डालकर थोड़ा कड़ा आटा गूथ लें। गुथे हुए आटे को एक बर्तन में रख दें और उसे गीले कपड़े से ढ़क कर आधे घंटे के लिए रख दें।

आधे घंटे के बाद आटे को खोलें और उसे एक बार पुन: हल्के हाथों से गूथ लें।

इसके बाद आटे की छोटी-छोटी लोई बना लें। ये लोइयां सूख कर कड़ी न हो जाएं, इसलिए इन्हें गीले कपड़े से ढक दें। इसके बाद एक-एक लोई लें और उसे पूरी की शक्ल में बेल लें।

अब एक-एक पूरी को उठाएं और उसके बीच में दो बड़े चम्मच भरावन सामग्री रख कर पूरी को बीच से पलट दें और किनारे के सिरों को मोड़ कर बंद कर दें। आप चाहें तो इसके लिए गुझियों के सांचे Gujiya Maker का भी प्रयोग कर सकते हैं।

सारी गुझिया भरने के बाद एक मोटे तले की कढ़ाई में घी गरम करें। घी गरम होने पर आंच को मीडियम कर दें और उसमें जितनी गुझिया आराम से तल सकें, उतनी डालें और हल्की भूरी होने तक उलट-पलट कर तल लें।

लीजिए, गुझिया बनाने की विधि कम्‍प्‍लीट हुई। अब आपकी स्वादिष्ट मावा गुझिया Mawa Gujiya / सूजी गुजिया Suji Gujiya तैयार हैं। इन्‍हें एक प्लेट में गर्मा-गरमा गुझिया निका‍लें और परोसें। बची हुई गुझिया को ठंडी होने के बाद किसी एअर टाइट डब्बे में रखें और दो सप्ताह तक आराम से उपयोग करें।

आईये अब जानते है कीतीने प्रकार की होती है गुजिया

1. चॉकलेट गुझिया
आप पारंपरिक होली रेसिपी को ट्विस्ट कर इसे एक पूर्ण मेकओवर दे सकते हैं। मीठे गुझिया, मैदे से बने और खोये और चॉकलेट चिप्स के मिश्रण से भरे हुए, ताज़े बने चॉकलेट सिरप के साथ सबसे ऊपर है जो चॉकलेट की हमारी कभी न खत्म होने वाली इच्छा को पूरा करेगा।


2. भांग गुझिया
भांग के बिना होली अधूरी सी लगती है। खोये के साथ भरता में भैंग डालकर आप इसे अपनी मीठी डिश में शामिल कर सकते हैं।

3-नुटेला गुझिया
नुटेला हर रेसिपी के संग प्रयोग में लाया जा सकता है । और हाँ, इसे गुझिया में भरने के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आप इसमें नूतेला डालकर पारंपरिक होली डिश की समृद्धि बढ़ा सकते हैं।

4. जेम गुझिया
जेम सिर्फ रोटी पर फैलने के लिए नहीं है। यदि आप इस मीठे व्यंजन को और अधिक मीठा बनाना चाहते हैं, तो आप गुझिया को जेम से भरने की कोशिश कर सकते हैं।
5. फल गुझिया 
यदि आप गुझिया को एक स्वस्थ मोड़ देने के लिए उत्सुक हैं, तो आप फलों के मिश्रण का उपयोग करके भरने को चुन सकते हैं। पोषण प्रदान करने के अलावा, फल पकवान में प्राकृतिक मीठे स्वाद भी प्रदान करते हैं।
6. हलवा गुझिया
गुझिया बनाने के लिए एक दिलचस्प तरीका यह है कि भरने के लिए सूजी का हलवा, गाजर का हलवा और मूंग दाल का हलवा जैसे किसी भी हलवे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. पान गुलकंद गुझिया
फिलिंग के लिए आप पान और गुलकंद का इस्तेमाल करके गुझिया को बिहार और यूपी का टच देने की कोशिश कर सकते हैं। इन गुझिया की खुशबू आपको बार-बार खाने का मन करेगी।
8. राबडी गुझिया
रबड़ी हर स्वीट डिश का स्वाद बढ़ाती है, चाहे वह मालपुआ हो या गुलाब जामुन। रबड़ी गुझिया को पारंपरिक गुझिया को रबड़ी में डुबोकर बनाया जाता है
9. अंजीर गुझिया
एक क्लासिक मिठाई है जिसे आपके फैंसी होली व्यंजनों का हिस्सा बनने की आवश्यकता है। बहुत सारे अंजीर के साथ कटे हुए ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल गुझिया बनाने में किया जाता है।
10. सेब गुझिया
 अभी तक पारंपरिक गुझिया  का एक और संस्करण है। गुझिया भरने के लिए खोया और सूखे मेवे के साथ कटे हुए सेब का उपयोग किया जाता है।
Posted by: | Posted on: February 22, 2020

लिंग्याज विद्यापीठ ने खेल दिवस मनाया एवं डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहा की जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए खेल भी आवश्यक

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। लिंग्याज विद्यापीठ में आज जोर-शोर से खेल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर खेल समारोह का विधिवत उदघाटन विद्यापीठ के कुलाधिपति डा. पिचेश्वर गड्डे ने किया। उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए खेलों की महत्ता बताते हुए कहा कि जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए खेल भी आवश्यक हैं। समारोह में विद्यापीठ के कुलपति डा. लूकमान खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि खेलों से मानव में जहां एक एकजुटता की भावना विकसित होती है वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी खेलों का विशेष महत्व है। इसलिए हर व्यक्ति को जीवन में खेलों को अपनाना चाहिए।विद्यापीठ के आंतरिक खेलों में लगभग 500 छात्र-छात्राओं ने भगा लेकर अपना मनोरंजन किया और प्रसिद्ध खेल क्रिकेट के अलावा फुटबाल, बालीवाल, कबड्डी, एथलेटिक, खो-खो, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस एवं बास्केट बाल जैसे खलों में अपनी रुचि जाहिर की। खेल विभाग द्वारा आयोजित उक्त खेल समारोह में कंप्यूटर साइंस, फार्मेश, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल आदि सभी विभागों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।

Posted by: | Posted on: February 22, 2020

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में एमवीएन विश्वविद्यालय, स्कूल ऑफ लॉ पलवल द्वारा सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

पलवल(विनोद वैष्णव )जिला विधि सेवा प्राधिकरण पलवल के तत्वधान से एमवीएन विश्वविद्यालय पलवल ने समीप के गांव छज्जूनगर, पेलक, सीहोल और मीसा में लोगों को पर्यावरण शिक्षा, जातिवाद, कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग, स्वास्थ्य एवं सफाई, असंगठित मजदूर, घरेलू हिंसा, बाल शोषण, एवं मानव तस्करी इत्यादि के बारे में अवगत कराया| विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेवी देसाई एवं कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने विभाग के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होने जरूरी हैं क्योंकि इनसे लोगों को नवीनतम ज्ञान की प्राप्ति होती है| विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राहुल वार्ष्णेय ने लोगों को उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराया| विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ रामवीर एवं अजय तिवारी ने लोगों को जातिवाद बाल शोषण, घरेलू हिंसा, मानव तस्करी इत्यादि से संबंधित कानून के बारे में अवगत कराया| भेषज विभाग के सहायक अध्यापक गिरीश कुमार एवं अश्वनी शर्मा ने लोगों को कोरोना वायरस एवं उससे बचने के उपायों के बारे में अवगत कराया| कृषि विभाग के सहायक अध्यापक डॉ० खुशबू सिंह एवं विशाल चक्रवर्ती ने लोगों को कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया| इस अवसर पर प्रेरणा सिंह, दुष्यंत सिंह, बृजेश कुमार, राहुल मोंगिया, पारुल, रितु मुद्गल, जगबीर सिंह, रवि दत्त, कृष्णा सौरोत, चाणक्य शर्मा, याह्य ख़ान, मुबीन, अन्नू इत्यादि मौजूद रहे|

Posted by: | Posted on: February 22, 2020

काम न करने वाले कर्मचारी नपेंगे :-सिविल सर्जन पलवल डॉक्टर ब्रह्म डीप

पलवल (योगेश शर्मा /दीपक शर्मा ):- सिविल सर्जन पलवल डॉक्टर ब्रह्म डीप ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथीन का औचिक निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान सभी डॉक्टर्स व स्टाफ ड्यूटी पर मौजूद मिला। सिविल सर्जन ने साफ साफ शब्दों में कहा की किसी भी डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ यदी किसी भी प्रकार की शिकायत मिली तो उसे अनदेखा नही किया जायेग व उक्त के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाएगी। सभी कर्मचारियों को अपना कार्य ईमानदारी से करने के आदेश दिये । उन्होंने आश्वाशन दिलाया की स्टाफ की कमी के संदर्भ में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जायेग । उसके उपरांत उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंडकोल का निरीक्षण किया व PHC की बिल्डिंग के संदर्भ में उच्च अधिकारियों व लोकल MLA से बात करने का अस्वाशन  दिया । उन्होंने सभी स्टाफ को ड्यूटी पर टाइम से आने को कहा व कामचोर कमर्चारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही ।काम न करने वाले कर्मचारी नपेंगे

Posted by: | Posted on: February 22, 2020

शिक्षाविद सतीश कुमार फौगाट को मिलेगी डाक्टरेट की डिग्री

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )।शहर के जाने माने शिक्षाविद एवं समाजसेवी सतीश कुमार फौगाट को अमेरिका की स्वाहिली युनिवर्सिटी पीएचडी की मानद डिग्री से नवाजेगी। वह 29 फरवरी को विशाखापत्तनम में हो रहे युनिवर्सिटी के एशिया चैप्टर कन्वोकेशन में यह डिग्री प्राप्त करेंगे।शिक्षाविद एवं समाजसेवी सतीश कुमार फौगाट ने बताया कि अमेरिका के पनामा शहर में स्थित स्वाहिली युनिवर्सिटी ने उनके प्रोफाइल को देखकर यह निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि जब यूनिवर्सिटी की ओर से उन्हें इस बारे में कंन्फर्मेशन कॉल मिली तो उन्हें खुशी के आंसू आ गए। उन्हें लगा कि जैसे उनके शैक्षिक एवं सामाजिक कार्यों को वैश्विक मान्यता प्राप्त हो रही है। फौगाट ने बताया कि विश्वप्रसिद्ध इस यूनिवर्सिटी के एशिया चैप्टर का कन्वोकेशन आन्ध्रप्रदेश के शहर विशाखापत्तनम में 29 फरवरी को कर रही है। जिसमें उन्हें यूनिवर्सिटी के चांसलर द्वारा यह डिग्री प्रदान की जाएगी।बता दें कि सतीश कुमार फौगाट को हाल ही में लंदन के हाउस ऑफ कॉमन्स में भी शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया था। जिसको लेकर शहर में काफी सुर्खियां मिली थीं। इसी महीने फौगाट को चंडीगढ़ में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा बेस्ट सीनियर सेकंडरी स्कूल का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वह बल्लभगढ़ के राजीव कॉलोनी में फौगाट एजुकेशनल सोसाइटी के जरिए फौगाट पब्लिक स्कूल का संचालन कर रहे हैं। इस स्कूल में बेटियों का प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। इसके साथ साथ करीब 300 बेटियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। सतीश कुमार फौगाट ने बताया कि किन्हीं स्तरों पर मिल रहे सम्मान वास्तव में उनके लिए समाज से आ रही दुआओं का नतीजा है। वह अपने शिक्षा और समाज की सेवा का मिशन इसी प्रकार जारी रखेंगे।

Posted by: | Posted on: February 20, 2020

आइये देखते है 2020 में सैंडल्स की नयी कलेक्शन।

बीसबी सदी में अगर बात करे सैंडल्स और वुमेन फुटवियर की तो आज के दौर मे तरह -तरह के फुट वियर देखने को मिल जायेंगे। और 2020 कुछ नई कलेक्शन मार्किट में आप को देखने को मिल जायेंगे आज आप को दिखते है फरीदाबाद की नंबर -1 मार्किट की सैंडल शॉप की कुछ खास और नयी डिज़ाइन हमारी रिपोर्टर सुनैना सिंह के साथ जो पहुंची बालाजी फुटवियर की दुकान पर और की कपिल बंसल शॉप के ओनर से खाश बातचीत जिन्होंने बताया की उनकी दुकान पिछले 25वर्षो से इस मार्किट मे है इसी दौरान उन्होंने दिखाए सैंडल की नयी कलेक्शन।

1-वुड सैंडल्स: ये नवीनतम सैंडल हैं जो अब से कुछ समय बाद लोकप्रिय हो गए हैं। ये नई शैली की सैंडल लकड़ी से बनी हैं जो वास्तव में एक टिकाऊ और सख्त सामग्री है। यह डेनिम्स के समान है। वे पानी और धूल प्रतिरोधी हैं।

2- तातामी चप्पल –महिलाओं का अन्य सबसे पसंदीदा संग्रह तातामी चप्पल है। यह अधिकतम आराम प्रदान करता है और फ्लैट एड़ी है। वे ज्यादातर बकसुआ में आते हैं और विभिन्न आकारों के अनुरूप अपने पैरों पर आराम से बैठते हैं। वे ज्यादातर भूरे रंग के होते हैं और काले रंग में भी आते हैं।

3-रबर सैंडल्स: एक चप्पल एकमात्र रबर, चमड़े, लकड़ी, टेटामी या रस्सी से बना हो सकता है। यह एक संकीर्ण पेटी द्वारा पैर को पकड़ा जा सकता है जो आम तौर पर पहले और दूसरे पैर के अंगूठे के बीच से गुजरता है, या एक पट्टा या फीता द्वारा, जिसे विभिन्न रूप से एक लट्ठा, सबोट का पट्टा या चप्पल कहा जाता है, जो पैर या टखने के आस-पास से गुजरता है ।

4 रोप सैंडल –महिलाओं के लिए रस्सी सैंडल सबसे नरम मशीन से धोने वाले रस्सी से बने जूते .यह सुनिश्चित किया जा सके कि आप हमेशा आराम से रहें जब आप यात्रा पर हों। … महिलाओं के लिए फुटवियर की विभिन्न शैलियों में शामिल हैं: जस्टर, फ्लॉप फ्लॉप, टो जो सैंडल और बहुत कुछ।

5-धातु सैंडल- इस प्रकार का जूता वास्तव में कई अवसरों पर खुद को अच्छा व आकर्षक लुक देता है । कैजुअल ड्रेस के दिन ऑफिस में एरोसोल द्वारा सैंडल पहनें। कम एड़ी आराम प्रदान करती है, जबकि शिमर “ड्रेस-डाउन” पोशाक को एक विशेष रूप देता है।


6- वेजेज सैंडल – महिलाओं के लिए वेजेज ज्यादा आम होते हैं और अक्सर ऐसा एकमात्र होता है जो आगे से पीछे की तरफ ज्यादा मोटा होता है, जिससे वे हाई-हील बूट्स या जूते बनते हैं। सल्वाटोर फेरागामो द्वारा महिलाओं के लिए वेगीज़ को लोकप्रिय बनाया गया था, जिन्होंने 1930 के दशक के अंत में इतालवी बाजार में डिजाइन पेश किया था।

7- फ्लैट सैंडल – एक स्लाइड, जिसे एक स्लाइड सैंडल के रूप में भी जाना जाता है, एक बैकलेस, खुले पैर का जूता है जो पैर पर और बंद करने के लिए आसान होने से अपना नाम प्राप्त करता है। … स्लाइड्स उपलब्ध हैं आकर्षक, आकस्मिक और एथलेटिक शैली हैं, और वे पूरी तरह से सपाट हो सकते हैं या किसी एड़ी की ऊंचाई हो सकती है, जैसे खच्चर।


8- रबर सैंडल –एक चप्पल एकमात्र रबर, चमड़े, लकड़ी, टेटामी या रस्सी से बना हो सकता है। यह एक संकीर्ण पेटी द्वारा पैर को पकड़ा जा सकता है जो आम तौर पर पहले और दूसरे पैर के अंगूठे के बीच से गुजरता है, या एक पट्टा या फीता द्वारा, जिसे विभिन्न रूप से एक लट्ठा, सबोट का पट्टा या चप्पल कहा जाता है, जो पैर या टखने के आस-पास से गुजरता है ।

Posted by: | Posted on: February 19, 2020

आईये देखते है बचपन में कैसी दिखती थी ये अभिनेत्री –

हिंदी सिनेमा, जिसे अक्सर बॉलीवुड और पूर्व में बॉम्बे सिनेमा के रूप में जाना जाता है, भारतीय है..यहाँ एक से एक उम्दा और खूबसूरत अभिनेत्री देखने को मिल जाएँगी। आइये दिखाते है हमारी रिपोर्टर सुनैना सिंह की इस खास रिपोर्ट में उन्ही में से कुछ अभिनेत्री का बचपन –

1-ऐश्वर्या राय बच्चन (जन्म 1 नवंबर 1973 ) एक भारतीय अभिनेत्री और मिस वर्ल्ड 1984 की विजेता हैं। अपने सफल अभिनय करियर के माध्यम से, उन्होंने खुद को भारत में सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली हस्तियों में से एक के रूप में स्थापित किया है। [राय को दो फिल्मफेयर अवार्ड सहित कई प्रशंसाएं मिली हैं, और 2009 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया और 2012 में फ्रांस सरकार द्वारा ऑर्ड्रे डेस आर्ट्स एट डेस लेट्रेस। उन्हें अक्सर मीडिया में उद्धृत किया गया है। “दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला”

2-कंगना राणावत (जन्म: 23 मार्च, 1987 ) हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं. कंगना राणावत मुम्बई में रहती हैं। 2014
में आई फिल्म क्वीन में अपने जबरदस्त अभिनय के कारण कंगना को बॉलीवुड की क्वीन भी कहा जाता है।

3-माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। 80और 90के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी।

4-दीपिका पादुकोण का जन्म 5 जनवरी 1986 को एक कोंकणी परिवार में डेनमार्क में हुआ था. उनके पिता प्रकाश इंटरनेशनल बैडमिंटन खिलाडी और माता उज्वला एक ट्रेवल एजेंट थी. उनकी छोटी बहन अनिशा एक गोल्फ खिलाडी है. उनके दादा रमेश, मैसूर बॅडमिंटन एसोसिएशन के सेक्रेटरी थे.

5-कैटरीना कैफ़ (जन्म: 16 जुलाई 1983 ) एक ब्रितानी भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं, जो मुख्य रूप से हिंदी फिल्म जगत में काम करती हैं, हालांकि उन्होनें कुछ तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी काम किया है। भारत की सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक होने के साथ-साथ, कैटरीना को सबसे आकर्षक हस्तियों में से एक के रूप में मीडिया में उद्धृत किया जाता है।

6-अनुष्का शर्मा (जन्म 1 मई 1988 ) एक मॉडल और बॉलीवुड फिल्म उद्योग की एक अभिनेत्री है। इन्होंने अपना अभिनय का सफर 2008
मे प्रदर्शित हिन्दी फिल्म रब ने बना दी जोड़ी के साथ शुरु किया था जो आदित्य चोपड़ा द्वारा बनाई गई थी। इसके बात उन्हें अपनी श्रुति कक्कड द्वारा बनाई गई फ़िल्म बैंड बाजा बारात (2010
) के लिए काफ़ी सराहा गया। दोनों ही फ़िल्मों ने इन्हें फ़िल्मफेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामांकन दिलाया।अनुष्का शर्मा ने 11 दिसंबर 2017 को प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली के साथ विवाह किया था।

7-आलिया भट्ट का जन्म 15 मार्च 1993 को भारतीय फ़िल्म निर्देशक महेश भट्ट और अभिनेत्री सोनी राज़दान के घर में हुआ। उनके पिता गुजराती मूल के ब्राह्मण हैं। जबकि उनकी माँ जर्मन मूल की भारतीय कश्मीरी हैं जिनकी माँ जर्मन मुस्लिम थी परन्तु उनके पिता कश्मीरी पंडित थे । भट्ट के एक बहन शाहीन (जन्म 1988 ) और दो सौतेले सहोदर पूजा भट्ट और राहुल भट्ट हैं। अभिनेता इमरान हाशमी और निर्देशक मोहित सूरी उसके फुफेरे भाई हैं जबकि फ़िल्म निर्माता मुकेश भट्ट उनके चाचा हैं। भट्ट ने जमनाबाई नरसी स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त की।

Posted by: | Posted on: February 19, 2020

तरूण निकेतन पब्लिक स्कूल ने बिदाई समारोह दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )|पल्ला स्थित तरूण निकेतन पब्लिक स्कूल ने बिदाई समारोह दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया । कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर पहुंचे स्कूल के चेयरमेन हिमांशु तंवर, प्रधानाचार्या रीना भट्टाचार्य , व उप-प्रधानाचार्या राधा चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की । इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रंगारंग प्रस्तुति दी और कई बच्चों ने कविताएँ भी पेश की । इस मौके पपर हमारे विद्यालय के निर्देशक कमल सिंह तंवर और प्रबंधक रुमा तंवर ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बधाई | इस मौके पर हमारे विद्यालय के कक्षा 12 वी के विद्यार्थियों के लिए कक्षा 11 वी के विद्याथियों ने एक विदाई गीत की प्रस्तुति देकर सभी आखों को नम कर दिया | कुछ हमारे विद्यालय के विद्याथियों ने अपने-अपने नृत्य से कार्यक्रम में समा बांधे रखा, साथ ही कूछ विद्यार्थियों ने गीत प्रस्तुत किये | इस मौके पर स्कूल के उप-प्रधानाचार्या श्रीमति राधा चौहान जी ने सभी विद्यार्थियों को विकास करने की शुभ कामनाएँ दी और हमारे विद्यालय की प्रधानाचार्या जी ने बच्चों को बोर्ड एग्जाम के लिए शुभकामनाएं दी, जिससे की बच्चों का होसला बढ़े | हमारे विद्यालय के कुमारी और कुमार T.N.P.S. अल्का और अनुराग कक्षा बारहवी सायंस के विद्यार्थी बने |