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Posted by: | Posted on: February 18, 2018

सूरजकुंड मेला के समापन समारोह में राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी बोलते हुए कहा हरियाणा ऐसा प्रदेष है जहां पर भगवान श्री कृष्ण ने जीवन को जीने का गीता का संदेष कुरूक्षेत्र की पावन धरा से दिया

सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव ) | हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी ने 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेष राज्य पूरे विष्व में परस्पर शांति,  एकता, आपसी सद्भाव और समृद्धि के लिए बहुत महत्पूर्ण हैं और सूरजकुंड मेला पूरे भारतवर्ष की वसुधैव कुटंबकम की सोच का मार्ग प्रषस्त कर रहा है। अब वो समय आ गया है कि पूरा विष्व इसका अनुसरण करें।
राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेष वह स्थली है जहां सरस्वती नदी के किनारे बैठकर वेदों की रचना की गई और गीता का संदेष दिया गया। प्रसिद्ध कवि रविंद्रनाथ टैगोर ने गीतांजलि में भी पूरे विष्व को एक सूत्र में बांधने की बात कही है, जिसको सूरजकुंड मेला वर्षों से आत्मसात कर रहा है। सूरजकुंड मेला ने पूरे विष्व को एक पारिवारिक सूत्र में बांधने का काम किया है, क्योंकि जिस मेले में 25 देष भाग ले रहे हों वह एक विष्वव्यापी परिवार हो जाता है। उन्होंने किर्गिस्तान को कंट्री पार्टनर और उत्तर प्रदेष को थीम स्टेट बनाने के लिए हरियाणा सरकार को भी बधाई दी।
प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी ने कहा कि उत्तर प्रदेष एक ऐसा आध्यात्मिक प्रदेष है। जहां श्री कृष्ण और श्रीराम ने जन्म लिया है और हरियाणा ऐसा प्रदेष है जहां पर भगवान श्री कृष्ण ने जीवन को जीने का गीता का संदेष कुरूक्षेत्र की पावन धरा से दिया। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला 1987 में प्रारंभ हुआ था और निरंतर प्रगति के बाद यह अभूतपूर्व रूप से आगे बढ रहा है। पिछले वर्ष जहां 1012 के करीब दुकानंे मेला में लगाई गई वहीं इस बार इनकी संख्या 1070 पहुंच गई है। इस बार 13 लाख पर्यटकों ने सूरजकुंड मेला देखा है इनमें एक लाख विदेषी पर्यटक भी शामिल थे। सूरजकुंड मेला हरियाणा की पहचान बन चुका है।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेष आज के समय में षिक्षा और खेल के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है।
नई सरकार बनने के बाद जहां हरियाणा विष्वकर्मा कौषल विष्वविद्यालय स्थापित किया गया है वहीं खेल और आयुष विष्वविद्यालय बनाने का सपना भी इस सरकार ने संजोया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से खेलों इंडिया प्रतियोगिता में हरियाणा ने 38 स्वर्ण पदक जीतकर पहला स्थान प्राप्त किया है, जिससे खेलों में स्वर्णिम भविष्य नजर आ रहा है।
किर्गिस्तान की राजदूत समरगियूल अदामकुलोवा ने हिंदी में नमस्ते कर सबका शुक्रिया अदा किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से विभिन्न देषों के बीच आपसी राजनयिक संबंध मजबूत होते हैं। उन्होंने किर्गिस्तान को बतौर कंट्री पार्टनर चुनने के लिए प्रदेष सरकार का धन्यवाद किया।
हरियाणा के पर्यटन मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि 28 देषों के प्रतिभागियों ने जिस तरह से सूरजकुंड मेला में भाग लिया है वह अपने आप में अभूतपूर्व है। इस बार का मेला अब तक का सबसे बड़ा मेला है। उन्होंने पर्यटन विभाग की ओर से सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस मेले को सफल बनाने के लिए सभी कलाकारों, पुलिस अधिकारियों, मेला अधिकारियों, पर्यटन व अन्य विभागों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।
प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि सभी कलाकारों ने अपनी कलाओं का उत्कृष्ट योगदान दिया है और कला के कद्रदानों ने उन कलाकारों का सम्मान भी किया है। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर कई विदेषी स्टालों पर गए थे, कईयों से उनकी बिक्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वंडरफुल। रामबिलास शर्मा ने कहा कि भविष्य में मेले को और भव्य तरीके से लगाया जाएगा।
उत्तर प्रदेष की पर्यटन मंत्री डा. रीता बहुगुणा जोषी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला आर्ट एंड का्रफ्ट मेला के रूप में विष्व में विख्यात हुआ है।
 इसी तर्ज पर उत्तर प्रदेष में भी लखनऊ के अंदर आर्ट एंड क्राफ्ट मेले की शुरूआत की जाएगी। यह मेला विविध संस्कृतियों और सभ्यताओं को समेटे हुए है। उन्होंने कहा कि कला में मानवीय संवेदनाओं को समेटने का दम होता है। ऐसे मेले हमारी सांस्कृतिक धराहरें हैं।
डा. रीता बहुगुणा जोषी ने कहा कि उत्तर प्रदेष की ओर से मेले मंे प्राचीन धरोहरों को पर्यटकों के बीच रखने का प्रयास किया है। यूपी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत जिनमें बृज, कृष्ण, राम और बुद्ध की विरासत मुख्य रूप से हैं। यहां वाराणसी के घाटों को भी दिखाने का प्रयास किया गया है। इसके साथ-साथ प्रयाग में लगने वाला कुंभ का मेला भी दिखाया गया है। उन्होंने यूपी को थीम स्टेट बनाने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद भी किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन विभाग हरियाणा विजय वर्धन ने विभाग की ओर से सभी का धन्यवाद किया।
इससे पहले राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी, षिक्ष मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, यूपी की पर्यटन मंत्री डा. रीता बहुगुणा जोषी ने यूपी के अपना घर के साथ-साथ मेले का अवलोकन भी किया और इस दौरान श्री सिद्धदाता आश्रम स्थित स्वामी सुदर्षनाचार्य वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय के वेद छात्रों ने सूरजकुंड मेला में बने बनारस के घाट पर गंगा आरती की एवं सभी अतिथियों का तिलक चंदन से स्वागत किया। इस मौके पर हरियाणा पर्यटन निगम के चैयरमेन श्री जगदीष चैपडा, बीजेपी जिलाध्यक्ष गोपाल षर्मा, विधायक मूलचन्द शर्मा, जिला परिषद चेयरमैन चमेली देवी सोलंकी, महिला जिलाध्यक्ष अनीता शर्मा, फरीदाबाद मंडल की आयुक्त जी. अनुपमा, हरियाणा पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेषक एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो, उपायुक्त फरीदाबाद अतुल कुमार, मेला प्रषासक सुधांषु गौतम, मेला कमाण्डर डीसीपी विरेन्द्र विज, यूपी की लोक गायिका मालिनी अवस्थी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 18 फरवरी- 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले के समापन समारोह में महामहिम राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी ने विभिन्न क्षेत्रों में कलाकारों को पुरस्कृत किया।
कलानिधि पुरस्कार के लिए हिमाचल के नरोतम राम, उतराखंड के तुलपराम, असम के निषचेष्वरी राभा, मदागसकार के रसौअरी मलाला, पष्चिम बंगाल के पुतुलदास मित्रा, दिल्ली के महेषचंद शर्मा, फरीदाबाद हरियाणा के उदित नारायण, तमिलनाडू के एसके सावन को पुरस्कृत किया गया।
कला श्री पुरस्कार के लिए यूगंाडा के अलिंदा, जोषेलियन, राजस्थान के मो. आसिफ, टर्की के हेरूल्ला कारके, अफगानिस्तान के मो. इषाक तिमोरजादा, किर्गिस्तान के नूरदान, तमिलनाडू के पी संगोतुवेल, हरियाणा की निषा और यूपी के यूसुफ अहमद को पुरस्कृत किया गया। कलामणि के लिए उडीसा के सेबाराम मेहर, राजस्थान के रामसोनी, उडीसा के गणेष साहु, पष्चिम बंगाल के सोबिहार बानू, आंध्रप्रदेष के सींधे श्री रामलू, गुजरात के पंकज भाई डूंगरा भाई मकवाना, राजस्थान के असरफ हसन और यूपी के नसीम अहमद को सम्मानित किया गया। इसी तरह कलारत्न पुरस्कार के लिए भूटान के नगवान दिमा और परंपरागत के लिए राजस्थान के कल्याणमल साहू को पुरस्कृत किया गया।
यूपी के अजय कुमार भारद्वाज और प्रमोद कुमार के साथ-साथ वैजले फूड के प्रतिनिधियांे को भी सम्मानित किया गया।
Posted by: | Posted on: February 17, 2018

भारतीय संगीत का वट वक्षृ बहुत विषाल: पर्यटन मंत्री प्रो.रामबिलास शर्मा

सूरजकुण्ड, ( विनोद वैष्णव ) फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला में आज की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ हरियाणा के पर्यटन मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर चंडीगढ के मषहूर कलाकार सुभाष घोष नेे अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्षकों के दिलों पर अमिट छाप छोडी और सांस्कृतिक संध्या को खुषनुमा बना दिया। उन्होंने शास्त्रीय संगीत और पष्चिमी संगीत का ऐसा फ्यूजन व रूप प्रस्तुत किया, जिसे सुनकर सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। दर्षकांे खासतौर पर युवाओं ने उनके फ्यूजन को खूब पसंद किया। सुभाष घोष ने अपने वाद्य ‘स्वर रागिनी’ से सांस्कृतिक संध्या में स्वर, लय, ताल का अद्भुत जादू बिखेरा और दर्षकों व श्रोताओं को फ्यूजन से सराबोर कर दिया। उन्होंने संगीत के सुन्दर संगम से महफिल में खूब रंग जमाया। दर्शकों ने बेहद संजीदगी के साथ उनकी प्रस्तुतियों का आनंद लिया और जमकर तालियां बजाईं। इस मौके पर गायिका आभा व गायक गुरबीर सिंह, अवीर भव व रजनीष ने तबला, मुनीष व राजेन्द्र ने की-बोर्ड, ओक्टोपेड पर रमेष, गिटार पर दीपक ने साथ दिया। गायिका आभा ने मेरे रष्के कमर, तूने पहली नजर गाने….. के अलावा अन्य गीतों के माध्यम से सांस्कृति संध्या को सुरमयी बना दिया।इस मौके पर हरियाणा के पर्यटन मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि संगीत भारत की प्राचीन विद्या है और यह भारतीय संस्कृति की आत्मा है। उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत का वट वक्षृ बहुत विषाल। लोगों को भारतीय गीत-संगीत से रूबरू कराने के लिए इस प्रकार के मंच एवं सांस्कृतिक संध्या अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कलाकारों से इस संस्कृति को जीवित रखते हुए इसे और आगे ले जाने की अपील की।इस मौके पर हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा का सांस्कृतिक संध्या में पहुंचने पर स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। सांस्कृति संध्या में मेला प्रषासक सुधांषु गौतम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: February 17, 2018

अंतरराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन का वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग चैम्पियनशिप के लिए चयन किया गया

बल्लभगढ़ ( विनोद वैष्णव )। अंतरराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन का वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग
चैम्पियनशिप के लिए चयन किया गया है। वह मलेशिया की राजधानी कुवालालम्पुर
में 14 मार्च से लेकर 18 मार्च तक होने वाली चैम्पियनशिप में भारत का
प्रतिनिधित्व करेंगे। जहां वह 10 मीटर व 50 मीटर फ्री पिस्टल में निशाना
साधेंगे। वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग चैम्पियनशिप की लिस्ट जारी होने के
बाद अग्रवाल कॉलेज प्रबंधन ने अपने शूटर अनमोल का अभिवादन किया।
फरवरी माह में जयपुर में हुई आल इंडिया इंटर यूनिवर्सटी शूटिंग
चैम्पियनशिप में अनमोल जैन ने 50 मीटर फ्री पिस्टल में गोल्ड मैडल जीता
था। इससे पहले अमृतसर में आयोजन 10 मीटर एयरपिस्टल के मैच में गोल्ड मैडल
जीता था। दोनों प्रतिस्पर्धाओं में अव्वल आने वाले अनमोल जैन का एमडी
यूनिवर्सटी की ओर वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग चैम्पियनशिप के चयन किया किया
गया है। वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग चैम्पियनशिप की लिस्ट जारी होने के बाद
अग्रवाल विद्या प्रचारिणी सभा के चेयरमैन देवेंद्र गुप्ता व प्रॉचार्य
डॉ.कृष्णकांत गुप्ता, कॉलेज के खेल विभाग के कन्वीनर के.एल.कौशिक, खेल
शिक्षक डॉ.जगवीर सिंह ने अनमोल जैन को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि वह
अवश्य ही वल्र्ड यूनिवर्सटी शूटिंग चैम्यिनशिप में गोल्ड मैडल हासिल
करेगा। शनिवार को कॉलेज पहुुंचने पर प्रॉचार्य डॉ.कृष्णकांत गुप्ता व खेल
विभाग के कन्वीनर के.एल.कौशिक ने अनमोल जैन का जोरदार अभिवादन किया और
उसे विश्वास दिलाया कि उसकी तरक्की में किसी प्रकार कोई कसर नहीं छोड़ी
जाएगी। सनद रहे कि अंतरराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन कॉलेज के बीबीए के प्रथम
वर्ष के छात्र है। इधर, अनमोल जैन के निजी कोच राकेश सिंह ने भी अनमोल के
इस चयन पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने बताया कि अनमोल का मलेशिया के बाद
आस्ट्रेलिया सिड़नी में जूनियर वल्र्ड कप के लिए भी चयन हो चुका है। इसलिए
वह मलेशिया से 19 मार्च को आस्ट्रेलिया जाएगा। जहां वह 10 मीटर में
निशाना लगाएगा, जबकि मलेशिया में वह 10 मीटर व 50 मीटर फ्री पिस्टल में
निशाना लगाएगा। उन्हें उम्मीद है कि वह दोनों मैचों में देश के लिए अवश्य
ही गोल्ड मैडल हासिल करेगा।

Posted by: | Posted on: February 16, 2018

सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में डाक विभाग द्वारा लगाया गया उप डाकघर दर्षकों को विषेषतौर पर आकर्षित कर रहा है

सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव ) |फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में डाक विभाग द्वारा लगाया गया उप डाकघर दर्षकों को विषेषतौर पर आकर्षित कर रहा है। करें भी क्यों ना, डाक विभाग की ओर से माई स्टांप योजना के तहत आप भी कुछ रूपये खर्च करके डाक टिकटों पर अपनी फोटो छपवा सकते हैं।
फरीदाबाद हेड पोस्ट आॅफिस के सब पोस्टमास्टर राकेष वर्मा ने बताया कि सरकार की माई स्टांप योजना का लोग खूब फायदा उठा रहे हैं। सरकार की इस योजना का नाम है माई स्टाम्प। इस योजना को सूरजकुंड मेला में भी पूरा रिस्पांस मिल रहा है और लोग यहां आकर अपनी फोटो स्टैंप पर छपवा रहे हैं। यहां आने वाले दर्षक अपनी फोटो लगवाकर टिकट छपवाने में खूब रूचि दिखा रहे हैं। बारह डाक टिकटों के लिए ग्राहक को कुल 300 रूपये देने होते हैं। कोई भी व्यक्ति जो अपनी फोटो डाक टिकट पर लगवाना चाहता है उसे अपनी फोटो के साथ साथ एक पहचान पत्र भी ले जाना जरूरी है।
सूरजकुंड मेला में आए फतेहाबाद जिले के प्रदीप गोयल ने बताया कि उन्हें सरकार की यह योजना बेहद अच्छी लगी। उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण अवसरों जैसे बच्चों के जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ इत्यादि अवसरो पर यह स्कीम एक यादगार तोहफे के तौर पर उपयोग में लाई जा सकती है और साथ ही इस डाक टिकटों को एक यादगार पल के रूप में संजोकर रखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि माई स्टाम्प योजना के तहत खुद की फोटो के साथ-साथ किसी संस्थान का चित्र, प्रतीक चिन्ह, कलाकृति, प्रसिद पर्यटक स्थल, ऐतिहासिक स्थल, वन्य जीवन, पशु पक्षी इत्यादि का चित्र भी अंकित करवाया जा सकता है। इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति हेड पोस्ट आफिस में आकर एक आईडी, फोटो व फार्म भरकर डाक टिकटों पर अपनी फोटो छपवा सकता है। इसके लिए व्यक्ति को तीन सौ रूपये देने पड़ते है। विभाग द्वारा 5-5 रूपये मूल्य की 12 टिकटें उसकी छपी हुई फोटो के साथ दी जाती है। इसके अलावा मेला में आने वाले लोगों को डाक विभाग की अन्य योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जा रही है।
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 16 फरवरी- फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में धर्म और जात-पात से परे कुछ अनोखे एवं रोचक दृश्य देखने को मिल रहे हैं। यहां आपको कलाकार षिव शंकर, श्रीकृष्ण व रावण की वेषभूषा में दिखने को मिलेंगे, जिस वजह से 32वां अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
यहां आने वाले लोग देश-विदेश की कला और संस्कृति की झलक इस मेले में देख रहे हैं। ऐसे में जब यहां षिव शंकर, कृष्ण और रावण का किरदार अदा कर रहे यह कलाकार अचानक से हाथों में त्रिषूल, बांसुरी और तलवार लिए लोगों के सामने आते हैं तो लोग इनके साथ फोटो खिंचवाने का आग्रह करते हैं, जिसे कलाकार सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं।
अपने परिवार के साथ आने वाले लोग इन कलाकारों के साथ फोटो खिंचवाते हैं तो वहीं कुछ लोग सेल्फी लेते हैं। सूरजकुंड मेला में षिव शंकर, कृष्ण और रावण का किरदार अदा कर रहे कलाकार लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव )16 फरवरी- मषहूर गायक मोहम्मद रफी के ये दुनिया, ये महफिल मेरे काम की नहीं…..के अलावा, ये रात भीगी-भीगी……, आजा तुझको पुकारे मेरे गीत रे…… के अलावा अन्य मषहूर गीतकारों के सदाबहार गीतों की धुनें आज-कल फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में सुनाई दे रही हैं, जो लोगों को बरबस ही अपनी ओर खींच लेती हैं। प्रसिद्ध गायकों के एवरग्रीन धुनों की सीडी से मेला में आने वाले लोग मंत्रमुग्ध होकर धुन का पीछा करते हैं कि आखिर ये धुनें कहां से बज रहीं हैं।
चंडीगढ से मेला में आई स्टाल संचालिका सरस्वती देवी बताती हैं कि उनकी स्टाल पर आपको मोहम्मद रफी, मुकेष, लता, किषोर दा व अन्य गायकों के सदाबहार नगमों की सीडी आसानी से मिल जाएंगी। उन्होंने बताया कि यहां पर गीतों की धुनों की सीडी की काफी डिमांड है। विषेषकर मोहम्मद रफी, लता व मुकेष के गानों की धुनों की सीडी ज्यादा बिक रही हैं।
सूरजकुंड मेला में जादू के करतब लोगों को कर रहे हैरतंगेज
सूरजकुण्ड, ( विनोद वैष्णव )- फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में उत्तर प्रदेष के चित्रकुट से आए जादूगर आरसी योगा अपने हेरतंगेज जादू से लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे हैं। जादूगर योगा ने मंच पर कई हैरतंगेज जादू के करतब दिखाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। दर्षकों को उनके सभी जादू पसंद आए।
कार्यक्रम शुरू होते ही जादूगर राजकुमार ने जैसे-जैसे अपने जादू का पिटारा खोलकर करतब दिखाना शुरू किया तो दर्शक अचरज में दिखते नजर आए। जादूगरं द्वारा अखबार के कटे हुए टुकड़ों से नोटों की बारिश करने जैसे कारनामे ने सभी को हैरत में डाल दिया। जादूगरों ने हवा में माला बनाना, छड़ी को हवा में नचाना सहित एक से बढ़कर एक करतब दिखाए।
जादूगर योगा का कहना है कि जादू कुछ नहीं यह मात्र सम्मोहन एवं हाथों की सफाई होती है। यह तेजी से की गई सफाई का काम होता है। जादूगर इसमें एक विशेष प्रकार की ट्रिक आजमाता है जिसे लोग जादू समझ बैठते हैं।
सूरजकुंड मेला में लोगों को भा रहो सागवान की लकड़ी से बना सामान
सूरजकुंड ( विनोद वैष्णव )- फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 32वें इंटरनैशनल सूरजकुंड क्राफ्ट मेला में सागवान की लकड़ी को संवारकर बनाए गए फूलदान, गुलदस्ते व कैंडल स्टैंड इत्यादि लोगों को खूब भा रहे हैं। मेला प्रांगण में चंडीगढ से आए स्टाल नंबर 1006 के संचालक गुरूलाभ सिंह ने बताया कि उनकी स्टाल पर 15 सौ से लेकर 18 हजार रूपए कीमत तक की वस्तुएं उपलब्ध हैं, जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सागवान की लकडी से बनी वस्तुएं देखने में सुंदर होती हैं।
सूरजकुंड ( विनोद वैष्णव )- सूरजकुंड की चैपाल पर शुक्रवार की सुबह सांस्कृति कार्यक्रमों में विभिन्न संस्कृतियों की छटा बिखेरते रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जहां स्कूली बच्चों ने श्री कृष्ण भगवान से जुडी लीलाओं को दिखाया वहीं कष्मीर के कलाकारों ने भी रूफ नृत्य कर सबकी वाह-वाही लूटी। ऐपीजे स्कूल फरीदाबाद के विद्यार्थियों ने कृष्ण लीला पर विभिन्न प्रेरक प्रसंगों के साथ-साथ उनकी बाल लीलाओं का भी वर्णन किया। श्री कृष्ण द्वारा बाल रूप में यमुना में छलांग लगाकर गेंद को निकालना और गोपियों के साथ बाल सखा के रूप में आंख मिचैली करना सभी को भाया। इसी तरह जम्मू और कष्मीर के कलाकारों ने ईद और रमजान के मौके पर किया जाना वाला नृत्य रूफ भी लोगों ने पसंद किया। पारंपरिक वेषभूषा में कलाकारों ने सारंगी, ढोलक और मटके के साथ पहाडी राग पर आधारित गीत पर बहुत ही सादगीपूर्ण नृत्य किया। फरीदाबाद माॅडल स्कूल के विद्यार्थियों ने आज के समय में हो रहे प्रदूषित वातावरण को लेकर नदियों को बचाने की अपील एक नुक्क्ड नाटक के माध्यम से की। कार्यक्रमों में राजस्थानी व थाईलैंड के कलाकारों ने भी रंग जमाया।
सूरजकुंड मेला मंे प्रतिभागियों ने कैनवास पर उकेरे प्रतिभा के रंग
सूरजकुण्ड, ( विनोद वैष्णव )- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला में आज सीनियर वर्ग की ड्राविंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।ड्राविंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार ओल्ड फरीदाबाद के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ब्वायज के सौरभ गुप्ता ने प्राप्त किया। वहीं दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद के आईडियल पब्लिक स्कूल की खुषी ने लिया। इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से फरीदाबाद के बीएन पब्लिक स्कूल की गरिमा व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बडखल की साना को दिया गया। ड्राविंग प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार षिव दुर्गा विहार के आईडियल पब्लिक स्कूल की संषरिति  व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बडखल की निषा को दिया गया।
Posted by: | Posted on: February 16, 2018

मानव रचना में पानी पर ‘मुद्दे, अनुसंधान और समाधान’ पर संगोष्ठी

फरीदाबाद, ( विनोद वैष्णव )| मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज में पानी पर मुद्दे, अनुसंधान और समाधान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका मकसद MRIIRS और यूनिवर्सिटी ऑफ द वेस्ट ऑफ इंग्लैंड  के बीच सहयोग स्थापित करना था। इस मौके पर कई विश्वविद्यालयों, एनजीओ, कॉर्पोरेट सेक्टर और केंद्रीय भूजल बोर्ड के विशेषज्ञ शामिल हुए।MRIIRS और UWE लंबे समय से ज्ञान सहयोगी हैं ।इस मौके पर युनेस्को से राम बुझ, आईआईटी रुड़की से प्रोफेसर डीसी सिंघल, MRIIRS, CAWTM के चेयर प्रोफेसर डॉ. डीके चड्ढा, आईआईटी दिल्ली से डॉ. ए केशरी, दिल्ली विश्वविद्यालय से डॉ. शशांक शेखर, जेएनयू से प्रोफेसर सौमित्रा मुखर्जी, TERIविश्वविद्यालय से डॉ. अरुण कंसल, CGWB के पूर्व चेयरमैन केबी बिसवास, जीएचएस के एडवाइजर जेके भल्ला, एक्वा फाउंडेशन के सीईओ संजय राणा, डॉ. ओपी शर्मा और केंद्रीय भूजल बोर्ड के विशेषज्ञ, मारुति, केन इंडिया, महारानी इनोवेटिव पेंट, अंबा इंजीनियरिंग और सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों से कई पेशेवर लोग शामिल हुए।कार्यक्रम में शामिल विशेषज्ञों ने छह पूर्ण सत्रों के दौरान अपना काम साझा किया: जलग्रहण का पुनर्निर्माण- जल प्रबंधन: नई और पारंपरिक प्रथा; अपशिष्ट जल एवं सलाईन भूजल प्रबंधन के लिए तकनीकी हस्तक्षेप; जल में क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण की संभावनाएं; शहरी जल, स्वच्छता और स्वच्छता; जल सुरक्षा / जल निकाय बहाली में गैर-सरकारी संगठनों की भूमिका; और जल सुरक्षा में अनुसंधान एवं विकास का महत्व।यह कार्यक्रम समयबद्ध तरीके से आगे सहयोग के लिए दोनों संस्थाओं के बीच परस्पर हित के विषयों की पहचान के साथ संपन्न हुआ। यह संगोष्ठी भारत और ब्रिटेन के विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों में प्रस्तावित भारत ब्रिटेन वैज्ञानिक सहयोग की तरफ थी, जिससे जल और पर्यावरण क्षेत्र में विशिष्ट परिणाम प्राप्त करने में सामरिक साझेदारी, कनेक्शन और नेटवर्किंग को आगे ले जाया जाएगा।यहां यूडब्ल्यूई द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों, परियोजनाओं और अनुसंधान के अवसरों के बारे में एक ‘सूचना डेस्क’ मानव रचना के एडमिशन सेल में स्थापित किया गया है। इस डेस्क का उद्घाटन प्रोफेसर जेन हैरिंगटन, डिप्टी वाइस चांसलर, यूडब्ल्यूई ने किया। इस मौके पर  यूडब्ल्यूई  के पर्यावरण और प्रौद्योगिकी संकाय के प्रोवीसी और एग्जीक्यूटिव डीन; प्रोफेसर रे प्रीस्ट,निदेशक, अंतर्राष्ट्रीय एशिया-प्रशांत; प्रोफेसर चाड स्टैडॉन, जल अनुसंधान के प्रोफेसर, यूडब्ल्यूई; डॉ अनिल कश्यप, एचओडी, भूगोल और पर्यावरण प्रबंधन; डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, एमआरईआई; पद्मश्री प्रोफेसर डॉ. प्रीतम सिंह, माननीय महानिदेशक,एमआरईआई; डॉ. एनसी वाधवा, कुलपति, एमआईआईआईआरआईएस, और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।इसके बाद “अनुसंधान, पाठ्यक्रम और मॉड्यूल और परियोजनाओं द्वारा सीखने के अवसरों” पर संकाय सदस्यों और शोध विद्वानों के साथ यूडब्ल्यूई टीम के एक इंटरैक्टिव सेशन  किया।

Posted by: | Posted on: February 11, 2018

32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला आज 1लाख 65 हजार लोगों ने मेला देखा

सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव )- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में आज दूसरा विकेंड की शुरूआत हुई जिसमें लगभग एक लाख 65 हजार लोगों ने मेला देखा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीरपाल सरो ने बताया कि आज मेला में लोगों की अच्छी खासी भीड थी और लोगों में मेले के प्रति काफी उत्साह था। मेले में आज विभिन्न स्कूलों व कालेजों के बच्चों ने भी षिरकत की।
श्री सरो ने बताया कि सूरजकुंड मेला को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। उन्होंन बताया कि मेला में शौचालयों, पेयजल आपूर्ति, सीसीटीवी व्यवस्था के साथ-साथ फ्री वाईफाई की सुविधा भी लोगों को दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए एटीएम व मोबाईल एटीएम की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है तथा सार्वजनिक वाहनों में आने वाले लोगो के लिए विभिन्न स्थानों जैसे कि दिल्ली, गुरूग्राम व फरीदाबाद से हरियाणा रोडवेज की बसों को चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मेला में आने वाले लोगो की सुविधा के लिए निःषुल्क फेरी गाडियों की भी व्यवस्था की गई है। श्री सरो ने बताया कि लोगों को मेले में पौष्टिक व स्वच्छ भोजन के साथ -साथ विभिन्न व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए फूड कोर्ट भी स्थापित किया गया है।
Posted by: | Posted on: February 9, 2018

राष्ट्रीय पशुचिकित्सा संसथान ३ दिवसीय कार्यक्रम इंडियन वेटोपिया आयोजित कर रहा है जो ९ फ़रवरी से ११ फ़रवरी तक चलेगा

( विनोद वैष्णव ) |राष्ट्रीय पशुचिकित्सा संसथान एक भारीतय सर्कार द्वारा प्रोत्साहित संस्था है जो पशुओ और पालतू जानवरो के हित के लिए समर्पित है। यह संस्था हर साल इंडियन वेटोपिया नाम के एक कार्यक्रम का आयोजन करता है जिसमे पशु विशेषज्ञ भारत और अन्य देशो से बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. इस साल ये कार्यक्रम फरवरी में गुरुग्राम के किंगडम ऑफ़ ड्रीम्स में आयोजित किया जा रहा है और इस साल इसका मुख्य विषय जानवरो में मधुमेह और हृदय रोग जैसे तकलीफ़ों पर है. ये आपके पालतू के हित में भी है और हम में से कई इस बात से वंचित हैं की जानवरो को भी ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।९ फरवरी से शुरू हो रहा ये कार्यक्रम बहुत ही खूसबूरत और प्यारे जानवरो से सुसज्जित होगा। पहले दिन विशेषज्ञो का एक सम्मलेन हुआ जिसमे बताये गए विषयो पर चर्चा हुई जिसमे डा. भूषण एम जयराओ ने पशुओं में स्तन की सूजन और उससे हो रहे परिणामो पे प्रकाश डाला. वही दूसरे और तीसरे दिन ‘पेट हेल्थ शो ‘ और एक दत्तक ग्रहण कार्यक्रम भी होगा। आखरी दिन एक पशु और उनके मालिकों की छोटी सी ५की मि मैराथन भी होगी जो की मस्ती और मौज से भरी होगी.इस कार्यक्रम वेटोपिया का मुख्य उद्देश्य भारतीय पशुचिकित्सा समाज को और ऊपर उठाना एवं उसको नयी तकनीकों और प्रगति से परिचित कराना है. “पेटेक्सपो का मुख्या उद्देश्य पशुओ के मालिकों को कुछ अनछुए और अनजान विषयो पर सूचित करना है” कहते हैं डॉ. आर. टी. शर्मा , सचिव, राष्ट्रीय पशुचिकित्सा संसथान.ऐसे आयोजन जो की काफी अनजानी और अनछुए विषयो पे बात करते हैं जब इस दौर में जहाँ पालतू जानवरो की संख्या बहुत बढ़ गयी है ! मीडिया के माध्यम से पालतू जानवरो के मालिकों को काफी महत्वपूर्ण सूचनाएं मिलेगी जो इस कार्यक्रम में बताई जा रही हैं. – शुभम कुमार, सी.इ.ओ. , पिच परफेक्ट कम्युनिकेशन।विशेषज्ञ सम्मलेन के अलावा एक हेल्थ शो भी आयोजित किया जा रहा है प्यारे पालतू पशु अपनी खूबसूरती से आपका मन मोह लेंगे. और अगर आप खुद एक पालतू की खोज में हैं तो यहाँ एक निःशुल्क दत्तक कार्यक्रम भी होगा जहा आप अपने घर एक पालतू ले जा सकते हैं और उन्हें एक घर दे सकते हैं.”भारत में अब भी कैसे अपने पशुओ को आहार दिया जाये, इस बात की सही जानकारी अब भी बहुत काम लोगो को है. हम इस कार्यक्रम द्वारा उन विषयो पर भी प्रकाश डालेंगे जो की अब तक अनछुए हैं जैसे की दूध आपके पालतू के लिए कैसे हानिकारक है और ऐसे ही कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी” कहते हैं डा. उमेश करकरे , मुंबई। “ https://www.youtube.com/watch?v=JGtwhf00AZ0

Posted by: | Posted on: February 9, 2018

खुल्लर ने बंधवाई हरियाणवी पगडी

सूरजकुण्ड ( विनोद वैष्णव )| फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर ने आज फरीदाबाद जिला में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला का दौरा किया। प्रधान सचिव ने सूरजकुंड मेला से जुडी प्रषासनिक व्यवस्थाओं तथा षिल्पकारों व दर्षकों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने प्रधान सचिव श्री खुल्लर का सूरजकुंड मेला में पहुंचने पर स्वागत किया।
प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर ने प्रषासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के उपरांत सूरजकुंड मेला का अवलोकन किया। उन्होंने हरियाणवी हेरीटेज अपना घर का अवलोकन करते हुए यहां पर खुद भी हरियाणवी पगडी बंधवाई। उन्होंने सूरजकुंड मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सबसे बडे आकर्षण चैपाल में भी विभिन्न राज्यों व विदेषों से आए कलाकारों की प्रस्तुतियों के प्रदर्षन का आनंद लिया। चैपाल में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान उन्होंने कलाकारों का भी उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर को हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया और मेला में आने पर आभार जताया।
प्रधान सचिव के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सोनिया खुल्लर भी सूरजकुंड मेला पहुंची थी। उन्हांेने मेला परिसर में स्थापित किए गए विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया।
विदेषी बाल कलाकार से मिलकर खुष हुए प्रधान सचिव
हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर सूरजकुंड मेला के भागीदार देष किर्गिस्तान के बाल कलाकार से मिलकर बहुत प्रसन्न हुए। बाल कलाकार ने मंच से उतरकर श्री खुल्लर के पास जाकर उनका स्वागत किया। बाल कलाकार ने श्री खुल्लर की धर्मपत्नी श्रीमती सोनिया खुल्लर का भी स्वागत किया।
क्रमांक-2018
नई युवा पीढ़ी को भा रही है मोदी जैकेट
चटक रंगों की जैकेट लोगों को रही है लुभा
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में खास डिजाईन की खादी से निर्मित मोदी जैकेट भी युवाओ को खूब भा रही है। सूरजकुंड मेले में मोदी जैकेट के चटक रंग नई युवा पीढ़ी को भी अपनी ओर खीच रहे है। कुर्ता, धोती व पैजामे से निकलकर जीस, स्कर्ट, लैगी, बरमूडा व लोवर तक पहुंचने वाली खादी का रंग खादी महोत्सव मे नजर आ रहा है। मेले में आधुनिक खादी की रेंज लोगो को अपनी ओर खींच रही है।
हिमाचल के कारीगर मुकेष ने बताया कि मांग के अनुरूप मोटी व महीन खादी के परिधान सूरजकुंड मेला में मौजूद है। उन्होंने बताया कि युवाओ के बढ़ते रुझान की वजह से खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि नए ट्रेंड को देखते हुए उन्होंने मोदी जैकेट बनाना शुरू किया था। यहां लाल, हरी, नीली, स्लेटी समेत और भी रंगों में मौजूद 1400 रुपये कीमत की मोदी जैकेट्स जेंट्स विषेषकर युवाओं को खूब पसंद आ रही हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खादी को बढ़ावा देने की मुहिम भी रंग ला रही है। खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैंस मोदी जैकेट से काफी प्रभावित हो रहे हैं और उनमें इसके प्रति बहुत क्रेज है।
मेरठ के कारीगर शाकीब अंसारी ने बताया कि फैशन में बने रहने के लिए खादी ने काफी बदलाव किए हैं, जिससे यूथ खादी के कपड़ों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के परिधानों में उनके पास जैकेट काफी खास है और यहां मोदी जैकेट की बेहतर रेंज है।
चंडीगढ से सूरजकुंड मेला में आए सुनील कुमार ने बताया कि देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खादी को बढ़ावा देने की मुहिम बदलते समय ने खादी के वस्त्रों के साथ-साथ युवाओं की पसंद को भी बदला है। वे बताते हैं कि उन्हें भी मोदी जैकेट बहुत पसंद है और उन्होंने भी मेले से अपने लिए 4 मोदी जैकेट्स खरीदी हैं।
क्रमंाक-2018
वैलेंटाईन वीक के रंग में रंगा सूरजकुंड मेला
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- वैलेंटाईन वीक हो और गुलाब के फूलों और प्यार का इजहार करने वाली अन्य वस्तुओं की बात न हो, नामुमकिन। हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला भी इससे अछूता नहीं है और धीरे-धीरे यह मेला वैलेंटाईन के रंग में रंगने लगा है। अपने प्यार का इजहार करने के लिए लोग विषेषकर युवक-युवतियों विभिन्न प्रकार के प्यार का इजहार करने वाली आईटमों की जमकर खरीददारी कर रहे हैं ताकि वे इस वैलेंटाईन वीक को यादगार बना  सके।
वैलेंटाइन डे का इंतजार केवल यहां घूमने-फिरने व मौज-मस्ती करने आने वाले युवाओं को ही नहीं बल्कि सूरजकुंड मेले के शिल्पकारों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। क्योंकि उन्होंनंे भी अच्छे-खासे व्यवसाय की उम्मीद बांध रखी है। इसे देखते हुए मेला को प्यार के रंग में रंगने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। शुक्रवार को गिफ्ट आइटम और फ्लावर के स्टालों के अलावा चैकलेट की स्टालों पर भी भारी भीड देखने को मिली। मेले में स्टाल लगाने वाले दुकानदारों द्वारा फ्लावर इस तरह पेश किए जा रहे हैं कि आने वाले युवा इसे खरीदे बिना नहीं लौटे। मेला परिसर में एक दर्जन से अधिक ड्राई फ्लावर के स्टाल लगे हैं। गिफ्ट आइटम में गुड़िया, बोलने वाली चिड़िया, ड्राई फ्लावर आदि हैं। इनकी कीमत भी युवाओं के जेब का ख्याल रखते हुए रखी गई है।
हरियाणा प्रदेष के जिला अंबाला के गांव रायवाली से सूरजकुंड मेला देखने आए पंकज वर्मा तथा चंडीगढ के अनिल टांक व कृष्ण कुमार ने बताया कि फरवरी के महीने को गुलाबों और प्यार का महीना कहें तो कुछ अतिष्योक्ति नहीं होगी। युवाओं को इस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
ड्राई फ्लावर विक्रेता गौरव ने बताया कि उनकी स्टाल पर सभी रंगों के विषेषकर गुलाब के फूल ज्यादा मात्रा में उपलब्ध हैं। अभी तक की बिक्री संतोषजनक है। वैलेंटाइन डे पर बिक्री अधिक होने की उम्मीद है। इसकी तैयारी की जा रही है। उम्मीद है कि युवाओं को फ्लावर की वैरायटी पसंद आएगी।
क््रमंाक-2018
अपना घर में देखें समृद्ध हरियाणवी धरोहर
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में कृषि प्रधान प्रदेश के अपना घर में सांस्कृतिक धरोहर के नमूने देखे जा सकते हैं। तकनीक व आधुनिकता के इस दौर में पुरानी परंपराएं और मान्यताएं कायम हैं। मेला के अपना घर में ऐसी ही एक मान्यता दादा खेड़ा से जुड़ी है। लोगों का विश्वास है कि प्रदेश के हर गांव को दादा खेड़ा आपदा से बचाता चला आ रहा है। ऐसे ही कृषि यंत्र भी अपना घर में रखे गए हैं।
मेले में आने वाले दर्शक जब अपना घर में प्रवेश करते हैं तो यहां रखा गया छोटा सा गुंबदनुमा मंदिर हर किसी के मन में उत्सुकता पैदा कर देता है। यह दादा खेड़ा यानी ग्राम देवता का ही प्रतिरूप है, जो प्रदेश के हर गांव में आवश्यक रूप से बना होता है। आमतौर पर गांव में दादा खेड़ा के लिए एक जगह निश्चित छोड़ी होती है। वहां दादा खेड़ा का छोटा मंदिर बना होता है। ऐसी मान्यता है कि गांव में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले ग्राम देवता की पूजा की जाती है। ग्राम देवता पूरे गांव की आपदाओं और बीमारियों से रक्षा करता है।
सदियों पुरानी यह प्रथा आज भी कायम है। ऐसे ही अपना घर में जुआ बैलगाड़ी, अखाड़ों में प्रयोग होने वाले मुगदर, लोटा तथा बटेऊ गिलास भी देखने को मिल रहा है। गांव में जब दामाद आता है तो इसी बटेऊ गिलास में आज भी दूध परोसे जाने की परंपरा प्रचलित है। मेले के अपना घर में आने पर दर्शकों को धरोहर, हरियाणा के निदेशक डॉ.महा सिंह पूनिया तथा नवयुग आर्ट एंड कल्चर के निदेशक जितेंद्र खट्टक दादा खेड़ा के बारे में जानकारी हासिल देते हैं तो दूसरे प्रदेशों के लोग भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते। धरोहर, हरियाणा के निदेशक डॉ.महा सिंह  पूनिया बताते हैं कि अपना घर के माध्यम से देश-विदेश से आने वाले दर्शकों को प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्रमंाक-2018
कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की मुहिम
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- विभिन्न अपराधों में कारागार में बंद कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से जेल प्रशासन उन्हें हुनरमंद भी बना रहा है। इसकी झलक सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में जेल प्रशासन के स्टॉल नंबर 820 में प्रदर्शित कैदियों द्वारा निर्मित कई उपयोगी और घरेलू चीजें देखने पर मिलती है।
इस स्टाल पर फरीदाबाद की जिला जेल नीमका के अलावा गुरुग्राम की जेल भोंडसी, अन्य जिलों कुरुक्षेत्र, रोहतक, अंबाला, सोनीपत, भिवानी, नारनौल, हिसार जेल के कैदियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां, पें¨टग्स, घरेलू व कार्यालय में जरूरत के सामान जैसी कई आइटम हैं।
प्रदेश के नोडल अधिकारी व नीमका जिला जेल के अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि जेल में चल रहे प्रशिक्षण केंद्र में महिला व पुरुष कैदी रोजाना 5 से 6 घंटे कुछ न कुछ सीखते हैं और उपयोगी चीजें बनाते हैं। ये कैदी यहां ज्वैलरी, झूमर, वुडन आइटम के अलावा कई सजावटी आइटम बनाते हैं। इस तरह समय के सदुपयोग से कैदियों में भविष्य में घर-परिवार व समाज के लिए बेहतर करने की सोच विकसित करना है। उनका मन न भटके और भविष्य में अपना कोई भी कारोबार शुरू कर सकें।
अनिल कुमार कहते हैं कि अपराध मुक्त समाज के निर्माण के लिए बुराई को अच्छाई से ही जीता जा सकता है। तीन वर्षों से सूरजकुंड मेले में जेल का स्टाल लग रहा है। कैदियों में सकरात्मक सोच विकसित करने के प्रयास किए जाते हैं। उन्हें रोजगार के लिहाज से भी कई तरह से प्रशिक्षण दिया जाता है। करीब सात वर्ष पहले जेल की फैक्ट्री में ऐसी उपयोगी सामग्री बनाने की पहल की गई थी।  इसका मकसद यह है कि सजा भुगतने के बाद जब व्यक्ति समाज में जाता है, तो उसे आमतौर पर नौकरी मिलने में दिक्कतें आती है। जेल में वुडन आइटम, ज्वैलरी, फ्लावर पॉट, बैग, बेल्ट तथा कुर्ती बनाना सिखाया जाता है। स्टॉल संचालक श्याम सुंदर बताते हैं कि उनके स्टॉल पर सभी चीजें फरीदाबाद जेल के कैदियों ने ही बनाई हैं। इन चीजों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
क्रमांक-2018
सूरजकुंड मेला में हुई फेस पेंटिंग प्रतियोगिता
ओम गुप्ता और संचित कुमार रहे प्रथम
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में आज फेस पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन नाट्यषाला में किया गया, जिसमें आठ स्कूलों के 104 छात्रों ने भाग लिया।
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार फरीदाबाद के सैक्टर 29 के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल के छात्र ओम गुप्ता और संचित कुमार को दिया गया।
इस प्रतियोगिता में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद सैक्टर 7 ए के सेंट जौनस स्कूल की जिया और याषिका राठी को दिया गया।
इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार फरीदाबाद सैक्टर 19 के डीपीएस स्कूल के छात्र युवराज मदान व अनन्या भट्टाचार्य को दिया गया।
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में दो सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए, जिनमें फरीदाबाद के रावल इंटरनेषन स्कूल के शुभम और अक्षय भाटी तथा फरीदाबाद सैक्टर 29 के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की सुरभि अग्रवाल तथा वाणी कौर शामिल हैं।
क्रमांक-2018
सूरजकुंड मेला में आज हुई पतंगबाजी प्रतियोगिता
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में आज पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन सनबर्ड रेस्टोरेंट के प्रांगण में किया गया, जिसमें 11 स्कूलों के 123 छात्रों ने भाग लिया।
पतंगबाजी की प्रतियोगिता में दो श्रेणियां थी एक काईट कटिंग तथा दूसरी हाई फ्लाईंग।
पतंगबाजी के काईट कटिंग श्रेणी में लडकियों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद एनआईटी के महारानी वैष्णव देवी हाई स्कूल की निकिता और लक्ष्मी को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इसी श्रेणी में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद की जवाहर कालोनी की होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की अंकिता बिष्ट और धवानी को दिया गया। इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार जवाहर कालोनी के ही होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की भूमिका स्वामी और एंजल चक्रा को दिया गया।
पतंगबाजी के हाई फलाईंग श्रेणी में लडकियों की प्रतियोगिता में जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की भूमिका स्वामी और एंजल चक्रा को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इस श्रेणी में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद एनआईटी के महारानी वैष्णव देवी हाई स्कूल की निकिता और लक्ष्मी को दिया गया। वहीं इसी श्रेणी में तीसरा पुरस्कार जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की अंकिता बिष्ट और धवानी को दिया गया।
पंतंगबाजी के काईट कटिंग श्रेणी में लडकों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद के जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल के करण विष्ट और उन्नत पालीवाल को प्रथम पुरस्कार दिया गया। वहीं दूसरा पुरस्कार इसी श्रेणी में फरीदाबाद के सैक्टर 82 के सेंट मेरी कांवेंट स्कूल के कुनाल चंडिला, दिपांषु और उज्जवल शर्मा को दिया गया।  इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार फरीदाबाद के सैक्टर 23 के माॅडर्न बीपी पब्लिक स्कूल के जितेन्द्र और लक्ष्य को दिया गया।
 पतंगबाजी के हाई फलाईंग श्रेणी में लडकों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद एनआईटी के डा. अनिल मलिक एसएसडी महाविद्यालय के विषाल और कुलदीप को प्रथम पुरस्कार दिया गया। तो हीं फरीदाबाद घोंची के जीएसएसएस के श्रवण और मुस्रान को दूसरा पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार फरीदाबाद के सत्यम-षिवम पब्लिक स्कूल के छात्र रोषन और गौतम को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।
क्रमांक-2018
32वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुण्ड शिल्प मेला बना दिल्ली एनसीआर का सबसे बड़ा इवेंट
देसी-विदेशी पर्यटकों से गुलजार हुआ सूरजकुण्ड मेला
वीकेंड शुरू, शनिवार-रविवार को एक लाख से अधिक दर्शकों के पहुँचने का अनुमान
चैपाल-स्टाल से रसोई में वीकेंड के लिए ख़ास तैयारी
सूरजकुण्ड (फरीदाबाद), 09 फरवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहें 32वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का जादू लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। मेले में उमड़ रही दर्शकों की भीड़ में देसी दर्शकों के साथ बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी प्रतिदिन दिखाई दे रहे हैं। भारतीय व विदेशी हस्त-शिल्प, खान-पान व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उमड़ती  पर्यटकों के भीड़ मेले को दिल्ली एनसीआर का इन दिनों सबसे बड़ा इवेंट बता रही है।
शुक्रवार को मेले की मुख्य सड़क का नजारा दिन भर गहमा गहमी भरा रहा। मेला देखने बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के ग्रुप मुख्य सड़क पर ढोल नगाड़ों की धुनों दिन भर सूरजकुण्ड मेला की ख़ूबसूरती बढ़ाते नजर आए। दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से आए लड़कियों के ग्रुप में शामिल शिवानी मे बताया कि सूरजकुण्ड मेला में आना गुड एक्सपीरिएंस कहा जा सकता है। दिल्ली के बेहद नजदीक होने के कारण कनवेंस को लेकर भी किसी प्रकार की प्रोब्लम नहीं है और दिन भर मेले में घूमना फिरना और खाना-पीना भी मॉल में घूमने या मल्टीप्लेक्स में मूवी देखने की तुलना में पॉकेट फ्रेंड्ली रहा है। वही काठमांडू नेपाल से अपने परिवार के साथ दिल्ली घूमने सपरिवार आए शेरबहादुर को दिल्ली में अपने होटल से सूरजकुण्ड के बारे में जानकारी मिली। सूरजकुण्ड मेला में शेरबहादुर व उनके परिवार की ख़ुशी उस समय ओर बढ़ गई जब नेपाल से आए शिल्पकारों की स्टाल देखने को मिली। मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से उन्हें भारतीय संस्कृति को भी करीब से जानने का मौक़ा मिला।
सूरजकुण्ड मेला की ब्रांडिंग दिल्ली एनसीआर के बड़े इवेंट के साथ विदेशी पर्यटकों के बीच इंडियन आर्ट एंड कल्चर को क़रीब से जानने का एक बड़ा अवसर है। नई दिल्ली स्थित भारतीय दूतावासों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधिमंडल प्रतिदिन सूरजकुण्ड पहुँच रहे हैं। हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से विदेशी प्रतिनिधिमंडल की अगवानी के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। विदेशी दल भी मेले में अच्छी खाँसी ख़रीदारी कर रहे है साथ ही भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अपने देशों के कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। विदेशी दर्शकों के बीच सबसे अधिक लोकप्रिय इंडियन हेंडीग्राफ्ट की स्टाल है। मेले में प्रतिदिन उमड़ रही भीड़ को देखते वीकेंड पर एक लाख से अधिक दर्शकों का अनुमान है। ऐसे में वीकेंड के लिए सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण की ओर से दर्शकों की उमड़ने वाली संभावित संख्या के लिए स्वच्छता व अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए है। शिल्पकारों मे भी वीकेंड को ध्यान में रखते हुए अपनी स्टालों पर पर्यटकों को लुभाने की तैयारी कर ली है।
Posted by: | Posted on: February 7, 2018

97 लाख रूपए दिए जाएंगे शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडु के परिजनों को

चंडीगढ़( विनोद वैष्णव )- केन्द्रीय योजना, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज गुरुग्राम जिला के गांव रणसिका पहुंचकर रविवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी में शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडु के परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि उन्हें जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई तो नही की जा सकती परंतु इस दु:ख की घड़ी में सरकार पूरी तरह से परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि एलओसी पर स्थिति से सरकार अवगत है और सही समय पर पाकिस्तान को जवाब देकर कैप्टन कपिल कुंडु का बदला लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जब शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के घर पहुंचे तो उस समय कपिल की मां सुनीता देवी तथा दोनो बहनें सोनिया व काजल घर पर थी। मां और बहनों ने साहस दिखाया और बिना आंसू बहाए राव इंद्रजीत सिंह से बात की। राव इंद्रजीत सिंह ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार की तरफ से सहयोग और सहानुभूति के नाते जो भी मदद हो सकेगी वह शहीद के परिवार की जाएगी। आगे भी जब भी परिवार को जरूरत होगी, हम साथ खड़े मिलेगे। उन्होंने कपिल की मां श्रीमति सुनीता देवी को ढांढस बंधाते हुए कहा कि बहन जी, आप यह समझ लें कि जैसे मेरा भाई, बेटा गुजरा हो, मैं इस प्रकार से शहीद कैप्टन कपिल कुंडु को मान-सम्मान दिलवाने के लिए हरियाणा सरकार से पैरवी करूंगा। उन्होंंने कहा कि इस इलाके के होने के नाते कपिल का नाम रोशन करने में वे कोई कसर नहीं छोड़ेगे। शहीद की मां ने राव इंद्रजीत सिंह से कहा कि वे चाहती हैं कि उनके बेटे को रैंक के अनुसार सम्मान मिले और जिस सम्मान के साथ वह जीया, वह सम्मान उसका आगे भी बरकरार रहे। इस पर राव इंद्रजीत सिंह ने उन्हें बताया कि भारत सरकार की तरफ से सेना अधिकारी के बीमा राशि के तौर पर 60 लाख रूपए, 35 लाख रूपए अनुग्रह राशि तथा 2 लाख रूपए वैलफेयर फण्ड से, कुल मिलाकर 97 लाख रूपए परिवार को दिए जाएंगे। इसके अलावा, हरियाणा सरकार की नीति के अनुसार परिवार को 50 लाख रूपए राज्य सरकार देगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गांव रणसिका के राजकीय स्कूल का नाम शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के नाम पर किया जाएगा तथा गांव को आने वाली सडक़ व गांव खोड़ के बस अड्डे का नामकरण भी शहीद के नाम पर किया जाएगा। जहां तक ग्रामीणों द्वारा शहीद के नाम पर गांव रणसिका में स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा उनकी बहनों को सरकारी नौकरी देने की बात है, वे इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति में शहीद के परिवार से उसके बच्चे या भाई को नौकरी देने का प्रावधान तो है लेकिन कपिल की दोनो बहनें विवाहित हैं, ऐसे में नियम में बदलाव करना पड़ेगा, परंतु जब ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी राज्य में विवाहित बहन को नौकरी दी गई है तो उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो इन्हें भी नौकरी मिलनी चाहिए। उन्होंने माना कि शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के नाम पर भव्य स्मारक बनना चाहिए। बाद में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इस तरह का परिवार नहीं देखा, जिसके बेटे ने दो दिन पहले ही शहादत दी हो और  उनका हौसला आज भी उसी प्रकार बुलंद है, जैसे उस समय था जब कपिल का सेना में बतौर अधिकारी  चयन हुआ था। राव इंद्रजीत सिंह ने ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं से भी अपील की कि वे कपिल के घर में बराबर आना जाना रखें ताकि उनकी मां को अकेलापन महसूस ना हो। अपने बेटे की यादों में खोई माता सुनीता ने राव इंद्रजीत सिंह को बताया कि वे सोचती हैं कि उनके बेटे को भगवान ने उमर इतनी कम क्यों दी, वे चाहती हैं कि उनका बेटा लंबे समय तक देश की सेवा करता। वे अपने बेटे को जनरल रावत के स्थान पर देखना चाहती थी। उन्होंने कहा कि मैं मानती ही नहीं थी कि कपिल मेरा बेटा है, वह तो देश का बेटा है। देश को जो वह दे गया, उसके लिए उसे सम्मान मिलना ही चाहिए। उन्होंने बताया कि कपिल इस क्षेत्र का पहला बच्चा था जो सेना में अफसर के तौर पर भर्ती हुआ था। वहीं पास बैठी बहन सोनिया ने कहा कि कपिल इज्जत व सम्मान के साथ पला-बढ़ा, सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि उसका सम्मान युगों-युगों तक रहे। गांव शेरपुर के स्कूल, जहां से कपिल ने शिक्षा हासिल की थी, की प्राचार्या भी वहीं मौजूद थी, उन्होंने भी कहा कि कपिल जब भी छुट्टी आता तो स्कूल आकर सभी विद्यार्थियों से मिलता था और अध्यापकों की इतनी इज्जत करता था कि उनके सामने बैठता तक नही था। इस मौके पर राव इंद्रजीत सिंह के साथ पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, गुरुग्राम नगर निगम की मेयर मधु आजाद, मेयर के पति अशोक आजाद, भाजपा नेता अनिल यादव, पटौदी के एसडीएम विवेक कालिया,एसीपी  वीर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: February 6, 2018

सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेले में वैजले के शुद्व शाकाहारी व्यंजनों ने धूम मचा रखी है

( विनोद वैष्णव ) |सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेले में वैजले के शुद्व शाकाहारी व्यंजनों ने धूम मचा रखी है। मेला घूमने आने वाले देसी पर्यटकों के साथ साथ अब विदेशी भी इन व्यजंनों के दिवाने हो गए है और वे इसके पैकेड व्यजनों को विदेश भी लेकर जा रहे है। वैजले फूड कोर्ट स्टॉल का नंबर एफ 28 है और गेट नम्बर.2 के पास स्थित है1 वेजले के स्टॉल पर आकर आप नॉनवेज का जायका वैज में ले सकते है क्योकि इसके सोया से बने उत्पाद लोगों को दिवाना कर रहे है। वैजले के सोया सीख कबाबा, सोया शमी कबाब, सोया इंडि फराईस, सोया लेग पीस, सोया सलाईस, सोया चिका-रोगन जोश, सोया इटेलियन पास्ता, सोया नूगेट्स, सोया बर्गर पेटीज़, सोया नूडल्स, सोया वेगेट, सोया चिक्का, सोया इडि चॉप जो शुद्व सोयाबीन से बनाए गए है जोकि आपको स्वादिष्ट लगेगें ब्लकि आपको नानवेज का भी मजा देगें। वैजले के कंपनी के डायरेक्टर लक्ष्मण दास बजाज ने बताया कि बहुत से लोगों ने उनका उत्पाद चखने के बाद नॉनवेज खाना छोड़ दिया है क्योकि नॉनवेज का जायका उन्हें वैजले में मिल गया है जो उनके लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होने कहा कि उनके उत्पाद को टेड्र फेयर में भी लोगों ने लाजवाब और एक अलग खोज बताया था। वैजले के ही अमित बजाज ने बताया कि हमारा मकसद पैसा कमाना नहीं है हम तो सिर्फ है देश की जनता को शुद्व व शाकाहारी भोजन परोसना चाहते है ताकि लोगों को स्वाद के साथ साथ उनकी सेहत भी बरकरार रहे। अमित बजाज ने कहा कि लोगों के आर्शीवाद और प्यार से उनके यह व्यजनं विदेशियों में भी लोकप्रिय हो रहे है।  https://www.youtube.com/watch?v=ZdgvZoBg1-g