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Posted by: | Posted on: December 8, 2020

कोरोना काल के दौरान लोगो में बढ़ा आकर्षित मास्क का प्रचलन

कोरोना काल के दौरान लोगो में बढ़ा आकर्षित मास्क का प्रचलन

फरीदाबाद (ख्याति वर्मा /ऋतू चौहान ) | वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने लोगो के जीने का सलीका ही बदल दिया है इस महामारी की वजह से भारत में रहने वाले सभी निम्न व उच्च वर्ग के लोगो को इसने  घरो में रहने के लिए मजबूर कर दिया था जिसकी वजह से लोगो को काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा! विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है कोरोना  वायरस बहुत ही सूक्षम (छोटा ) होता है  लेकिन इसका प्रभाव बहुत ही भयंकर है, इतना  भयंकर की इसके संक्रमण में आने से मृत्यु भी हो सकती है इस बीमारी के लक्षण है- खांसी, जुखाम, छींक और सांस लेने में परेशानी आदि है इन्ही कोरोना वायरस के लक्षणों  से बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन व स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ दिशा निर्देश  जारी किए  है जिसमे सबसे महत्वपूर्ण है- मास्क एवं हैण्ड  सेनीटाइज़र का प्रयोग एक वक्त था जब लोग वायरस से  बचने के लिए किसी भी प्रकार के मास्क का प्रयोग करते थे चाहे वह कपड़े
का मास्क हो या घर पर बनाया गया परंतु इस कोरोना वायरस बीमारी की अवधि इतनी बढ़ गई की इसका स्वरूप ही बदल गया बाजार में नए -नए प्रकार के व ब्रैंडिड मास्क बिकने लगे है! उदहारण  के तौर पर आपको बताते है की शादियों में किस प्रकार के मास्क का प्रयोग किया जा रहा है मान लो अगर हल्दी की रस्म है तो उसके लिए पीले रंग का मास्क है और अगर मेहंदी की रस्म है तो उसके लिए हरे रंग के मास्क का प्रयोग किया जा रहा है, दुल्हन शादी
में अपने लहंगे से मैचिंग ब्राइडल मास्क का प्रयोग करती है जो बहुत ही सुंदर व आकर्षित लगते  है, व्यापारिक क्षेत्र में लोग अपनी ड्रेस कोड के हिसाब से मास्क का प्रयोग करते है! इसके आलावा बाजार में विभिन्न प्रकार के मास्क उपलब्ध है जैसे-
चिल्ड्रन प्रिंट
एनिमल प्रिंट
फ्लोरल प्रिंट
एथनिक प्रिंट
कलमकारी प्रिंट
पटोला प्रिंट आदि

निष्कर्ष
लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से आकर्षित मास्क का प्रयोग तो करे ही लेकिन सामाजिक
दूरी का पालन भी आवश्य करे! 

Posted by: | Posted on: October 12, 2020

स्वामित्व योजना के तहत गांव सोतई में बांटी गई रजिस्ट्री – सोनू रावत(सरपंच पुत्र )

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| ग्राम पंचायत सोतई में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वामित्व योजना के तहत ग्राम पंचायत सोतई में लाल डोरा के अंदर के मकानों की रजिस्ट्रियां वितरित की गयी। इस क्रम में माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में इस योजना को शुरू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। ग्रामों को लाल डोरा मुक्त करने की यह योजना गांवों के विवादों को समाप्त करने का माध्यम बनेगी। अगले चरण में हर तहसील से 11-11 गांवों को डोरा मुक्त किया जाएगा। इस प्रक्रिया में देश के सभी गांव लाल डोरा मुक्त होंगे। इस कार्य से ग्रामीणों को अपने मकान की पक्की रजिस्ट्री मिलेगी और भविष्य में वह इसका यथासंभव पट्टानामा, मकान ऋण जैसे लाभ भी उठा सकेंगे। इस कार्यक्रम में सोतई ग्राम में 62 लोगो को रजिस्ट्री मिली। इस मौके पर समाजसेवी और भावी उम्मीदवार सोनू रावत ने हमारे संपादक को बताया कि लाल डोरा के अंदर रजिस्ट्री करने से जमीनों को आपसी मतभेद समाप्त होंगे और भाईचारा बढ़ेगा, मकान को खरीदने बेचने में आने वाली परेशानी से निजात मिलेगी। सरकार की ओर से आनी वाली योजनाओ से मिलने वाली मदद में पारदर्शिता बढ़ेगी। सरकार के इस सार्थक कदम की हम सराहना करते है और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते है। सरकार प्रतिनिधि के रूप में इस मौक़े पर गाँव के सरपंच कँवरपाल उर्फ़ भोली ,बल्लबगढ़ तहसील के नायाब तहसीलदार कन्हैया लाल, बल्लबगढ़ ब्लॉक के ग्राम सचिव मोहर सिंह चौहान,ग्राम के सभी नम्बरदार और पंच मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: October 8, 2020

जिला परिषद् पलवल वार्ड न 3 से भावी उम्मीदवार सुनील देवी उर्फ़ सुनील डागर जोकि वरिष्ठ समाजसेवी दीपक घर्रोट की धर्मपत्नी है उनसे पॉजिटिव न्यूज़ के संपादक विनोद वैष्णव की खास बातचीत

जीवन परिचय :- सुनील देवी उर्फ़ सुनील डागर पत्नी दीपक घर्रोट (हथीन विधानसभा क्षेत्र )की स्थायी निवासी हे | राजनीतिक विरासत कुछ नहीं है हमारे पास एवं योग्यता (M.A.,B.Ed) एवं के साधारण किसान परिवार की महिला है |इनके ससुर स्वर्गीय सोहनलाल मोरगेज बैंक के डायरेक्टर भी रह चुके है

पृश्न :-समाज सेवा एवं राजनीती में क्या अंतर् है |
उत्तर :-बड़े बूढ़ो और विद्वानों,धर्म का साथ देने वाले लोगो ने कहा है कि समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करना ही समाज सेवा कहलाता है | शांति प्राप्त करने का केवल एक ही मार्ग है निस्वार्थ ,निष्काम सेवा करना | राजनीति का अर्थ है (राज करने की नीति ) राज के द्वारा लोगो की सेवा करना |

पृश्न :-सुनील देवी आप पलवल जिला पार्षद पद वार्ड न 3 का चुनाव क्यों लड़ना चाहती है |
उत्तर :- मै यह निवेदन करना चाहती हूँ कि सेवा तो बिना चुनाव लड़े भी हो सकती है लेकिन मै यह बताना चाहती हूँ यदि अधिकार के साथ, जिम्मेवारी के साथ ,उत्तर दायीतत्व मिलता है तो सेवा करने का आनंद बढ़ जाता है | लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते जो की किसी पद पर बैठ कर ही किये जा सकते है जैसे की विकास कार्यो के लिए सरकारी ग्रांट आदि |

पृश्न :-पलवल जिला परिषद् वार्ड न 3 में क्या प्रमुख समस्याओ को दूर करने का कार्य करेंगे |
उत्तर :- शिक्षा , चिकित्सा एवं कानून व्यवस्था , पानी निकासी , स्वच्छ पानी पीने की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करना , स्वच्छता एवं युवाओ के लिए खेल
के लिए आधुनिक ओपन जिम आदि करवाना |

पृश्न :-अगर आपको जनता वोट देकर पार्षद बना देती है तो वार्ड न 3 सबसे पहले क्या कार्य करेंगे |
उत्तर :- सर्व प्रथम कार्य होगा सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण क्योंकि महिलाए ही इस सृष्टि ,परिवार , समाज , शिक्षा ,संस्कार की नीव होती है | यदि उनके बारे में हम राजनीतिक नीतिया बनाने के बारे में नहीं सोचेंगे तो कौन पहल करेगा | मै नहीं हम महिलाओ की सुरक्षा के लिहाज से वार्ड के सभी गावों के मुख्य चौक ,चौराहो पर कैमरे लगवाने का कार्य करेंगे ताकि हमारी बहन – बेटिया सुरक्षित रह सके |

पृश्न :- वार्ड न 3 वोटर्स ,महिलाओ , युवाओ आदि को कोई सन्देश या अपील करना चाहेंगे |
उत्तर :- वार्ड न 3 की जनता से अपील है घर में रहे सुरक्षित रहे क्योंकि यह कोरोना काल है | ऐसे व्यक्ति को चुने जो आपके साथ हमेशा सुख दुःख में रहता हो | वैसे तो यह महिला आरक्षित वार्ड है और हमें महिलाओ को भी बढ़ावा देना चाहिये | अगर आगे महिला वार्ड आरक्षित रहता है तो मेरी धर्मपत्नी संध्या शर्मा वार्ड से चुनाव लड़ेंगी एवं क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से विजयी होंगी, धन्यवाद

Posted by: | Posted on: October 7, 2020

सरपंच पुत्र सोनू रावत ने जारी बयान में बताया की गांव सोतई में हरियाणा सरकार के लाल डोरा मुक्त अभियान के तहत चल रही रजिस्ट्री के क्रम को आगे बढ़ाते हुए गांव की भगतिया चौपाल पर रजिस्ट्रीया कराई गई।इस मौके पर खंड बल्लबगढ़ के पटवारी राजेश भारद्वाज व ग्रामसचिव व पंचायत के पंच मौजूद रहे।

सरपंच पुत्र सोनू रावत ने जारी बयान में बताया की गांव सोतई में हरियाणा सरकार के लाल डोरा मुक्त अभियान के तहत चल रही रजिस्ट्री के क्रम को आगे बढ़ाते हुए गांव की भगतिया चौपाल पर रजिस्ट्रीया कराई गई।इस मौके पर खंड बल्लबगढ़ के पटवारी राजेश भारद्वाज व ग्रामसचिव व पंचायत के पंच मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: October 7, 2020

कृषि विधेयकों से किसानों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को होगा लाभ : सत्यवीर डागर

कृषि विधेयकों से किसानों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को होगा लाभ : सत्यवीर डागर

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | सरकार द्वारा लागू किए गए किसान संबंधी तीन नए कानूनों के खिलाफ बुधवार को प्रगतिशील किसान मंच के तत्वाधान में बल्लभगढ़ में जिले भर के किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया तथा बल्लभगढ़ की एसडीएम अपराजिता को महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। इस प्रदर्शन का नेतृत्व मंच के प्रधान सत्यवीर डागर द्वारा किया गया। किसान नेता सत्यवीर डागर के आह्वान पर आज इन तीन नए कानूनों के खिलाफ जिले भर के किसान बल्लभगढ़ की अनाज मंडी में एकत्रित होकर जैसे ही राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर बढ़े, उसी दौरान भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर उनको रोक दिया, जिस पर किसानों व पुलिस के बीच काफी गर्मागर्मी हुई, लेकिन आखिरी में किसान दूसरे रास्ते से विरोध प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इन कृषि विधेयकों को किसानों पर तानाशाही रूप में थोपना बताया। इस मौके पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता सत्यवीर डागर ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि विधेयक पूरी तरह से किसान, मजदूर और आढ़ती विरोधी हैं। इन विधेयकों के जरिए सरकार के कुछ पसंदीदा पूंजीपतियों को लूट की खुली छूट होगी और किसान अपनी फसल बेचने के लिए इन पूंजीपतियों पर निर्भर होंगे और उन्हें उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल पाएगा। श्री डागर ने कहा कि तीन विधेयकों के चलते किसान खेतीबाड़ी के लिए पूंजीपतियों से बंध जाएगा, जिससे किसानों का वजूद लगभग समाप्त हो जाएगा। वहीं यह विधेयक हमारे आढ़ती भाइयों के लिए भी साजिश भरे हैं। सरकार द्वारा बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए मंडी व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से गलत है। सत्यवीर डागर ने कहा कि इन कृषि विधेयकों को लेकर किसानों के मन में एक आशंका है कि कहीं पर भी इस विधेयक में न्यूनतम समर्थन मूल्य, जो अब तक चलता आ रहा है, वह आगे जारी रहेगा या नहीं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि किसान अपने हितों की लड़ाई लडऩा जानता है और यदि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य के प्रति गंभीर है तो सरकार को चाहिए कि वह एक नया कानून बनाए जिसमें यह गारंटी दी जाए कि किसानों को हर हाल में न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा और न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों द्वारा खेती पर खर्च किए गए मूल्य से अधिक होगा। सत्यवीर डागर व जिले के सभी किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से भी अपील की कि हम किसान सरकार से यह चाहते है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य हर कीमत पर जारी रहना चाहिए, जो कि पहले से चला आ रहा है, वो प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए और जो सरकार सुनिश्चित करे कि व्यापारी एनएसपी से कम कीमत पर किसानों की किसी भी फसल को उससे कम दाम पर न खरीदे और अगर खरीदता है तो उसमें सजा या दंड का प्रावधान होना चाहिए, जिससे कि किसानों का शोषण होने से रोका जा सके। इस मौके पर ऋषिराज त्यागी, बाबू बौहरे जी, लच्छूराम, बलवंत सिंह, मकरंद शर्मा, लुकमान खंदावली, कृष्णपाल आजाद, प्रहलाद तेवतिया, देवीराम डागर, गोपीराम, प्रदीप डागर, मोहम्मद बिलाल उटावड़, राजन ओझा, सुमित गौड़, रामनिवास नागर, सतपाल नरवत, धर्मबीर धनखड़, कुलदीप यादव, मास्टर रामपाल हुड्डा, हेतलाल, तेजसिंह सिरौही, अशोक रावल, संजय सोलंकी, हरिराम पीटीआई सहित जिले के अनेकों किसान नेता मौजूद थे।

Posted by: | Posted on: October 7, 2020

हरियाणा को जीएसटी कंपन्सेशन फंड की मिली 761 करोड़ की पहली किस्त :-डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला

चंडीगढ़(विनोद वैष्णव/एस पी सिंह ) | हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने जीएसटी के करीब 20,000 करोड़ रूपए के कंपन्सेशन-फंड में से हरियाणा के हिस्से के 761 करोड़ रूपए जारी कर दिए, इसके लिए उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया है।डिप्टी सीएम ने बताया कि सोमवार को उन्होंने चंडीगढ़ से वर्चुअली केंद्र सरकार की 42वीं जीएसटी परिषद की बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों, मंत्रियों व कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया था।दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उन्होंने कल ही बैठक के दौरान केंद्र सरकार से अनुरोध किया था कि करीब 20,000 करोड़ रूपए की राशि इस समय कंपन्सेशन-फंड में पड़ी हुई है, उसे भी तुरंत राज्यों को दिया जाए। उन्होंने बताया कि अपने वायदे पर अमल करते हुए सीतारमण ने कंपन्सेशन-फंड को सभी राज्यों में आवंटित कर दिया, इसमें हरियाणा के हिस्से का 761 करोड़ रूपए भी जारी हो गए हैं।डिप्टी सीएम ने बताया कि उनके द्वारा हैंड सैनेटाइजर पर टैक्स की दर बारे जो मुद्दा उठाया था, उसको भी केंद्रीय वित्त मंत्री ने स्पष्ट कर दिया जिससे सभी राज्यों को लाभ होगा। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी परिषद ने रिटर्न-फाइलिंग सिस्टम में बदलाव को भी मंजूरी दे दी है जिसमें GSTR1 और GSTR2B लिंक किए जाएंगे। उन्होंने जानकारी दी कि परिषद ने 2 करोड़ से कम टर्नओवर वाले करदाताओं को वर्ष 2019-20 के लिए वार्षिक रिटर्न को वैकल्पिक बनाया गया है।उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री से यह भी कहा कि हरियाणा का जीएसटी का इस वर्ष का काफी कंपन्सेशन बकाया है जिसको भी जल्द से जल्द देने के उपाय किए जाएं। उन्होंने बताया कि उन्होंने परिषद की चेयरपर्सन से यह भी अनुरोध किया है कि अभी केंद्र सरकार ने जीएसटी कंपन्सेशन-सैस को पांच की अवधि के बाद तीन या पांच वर्ष की अवधि निर्धारित करके भविष्य में भी चालू रखने की मांग की है।

Posted by: | Posted on: September 14, 2020

मानवाधिकारों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरुक : संगीता आहुजा

मानवाधिकारों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरुक : संगीता आहुजा

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )| ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स की जिलाध्यक्ष संगीता आहुजा ने कहा कि कोरोना काल में उनके पास कई ऐसी शिकायतें आई हैं जब विभिन्न वर्गों के लोगों के अधिकारों का हनन किया हो। ऐसे में अब ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स द्वारा जिले में अधिकारों के प्रति जागरुकता के लिए अभियान चलाया जाएगा। वैबीनार के जरिए विभिन्न वर्गों के लोगों को उनके अधिकारों की जानकारी दी जाएगी। संगीता आहुजा ने कहा कि आज भी बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जिनके अधिकारों का सरेआम हनन किया जाता है परंतु उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं होती कि वे इसके खिलाफ आवाज उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में जब उनके पास इस तरह के कई मामले आए तो उन्होंने इस विषय पर लोगों को जागरुक करने का निर्णय लिया। इसमें आरडब्ल्यूए, ग्राम पंचायतों, समाजसेवी संस्थाओं, औद्योगिक व श्रम संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। संगीता आहुजा ने कहा कि जन्म लेने के साथ ही मनुष्य को कई मूलभूत अधिकार स्वत: ही मिल जाते हैं। भारत का संविधान देश के सभी नागरिकों को उनके अधिकारों की गारंटी देता है। इतना ही नहीं इसे तोडऩे वाले को सजा भी देता है। संगीता आहुजा ने कहा कि मानवाधिकार की सुरक्षा के बिना सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक आजादी खोखली है तथा मानवाधिकारों की रक्षा करना सभी की जिम्मेवारी बनती है। उन्होंने कहा कि हर वर्ग के अधिकारों की व्याख्या की गई है। इसलिए अपने अधिकारों के प्रति लोगों को अवश्य जागरुक होना चाहिए ताकि लोगों का शोषण न हो सके। इसमें ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स लोगों के साथ खड़ा है।

Posted by: | Posted on: September 3, 2020

फरीदाबाद जिला परिषद वार्ड नं 3 से भावी उम्मीदवार टीकाराम शर्मा से संपादक विनोद वैष्णव की खास बातचीत

जीवन परिचय :- टीकाराम शर्मा गांव खेड़ी कला के स्थायी निवासी हे | राजनीतिक विरासत कुछ नहीं है हमारे पास एवं योग्यता (M.A.,M.Ed,M.A. (YOGA),M.Lib.Sc.,LLB) | एवं राम विद्या मंदिर स्कूल के संचालक है जोकि अब हजारो बच्चो को शिक्षित कर ,विभिन क्षेत्रो में उच्च पदों पर कार्यरत है |

पृश्न :-समाज सेवा एवं राजनीती में क्या अंतर् है |
उत्तर :-बड़े बूढ़ो और विद्वानों,धर्म का साथ देने वाले लोगो ने कहा है कि समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करना ही समाज सेवा कहलाता है | शांति प्राप्त करने का केवल एक ही मार्ग है निस्वार्थ ,निष्काम सेवा करना | राजनीति का अर्थ है (राज करने की नीति ) राज के द्वारा लोगो की सेवा करना |

पृश्न :-आप जिला पार्षद पद वार्ड न 3 का चुनाव क्यों लड़ना चाहते है |
उत्तर :- मै यह निवेदन करना चाहता हूँ कि सेवा तो बिना चुनाव लड़े भी हो सकती है लेकिन मै यह बताना चाहता हूँ यदि अधिकार के साथ , जिम्मेवारी के साथ ,उत्तर दायीतत्व मिलता है तो सेवा करने का आनंद बढ़ जाता है | लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते जो की किसी पद पर बैठ कर ही किये जा सकते है जैसे की विकास कार्यो के लिए सरकारी ग्रांट आदि |

पृश्न :-जिला परिषद् वार्ड न 3 में क्या प्रमुख समस्याओ को दूर करने का कार्य करेंगे |
उत्तर :- शिक्षा , चिकित्सा एवं कानून व्यवस्था , पानी निकासी , स्वच्छ पानी पीने की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करना , स्वच्छता एवं युवाओ के लिए खेल
के लिए आधुनिक ओपन जिम आदि करवाना |

पृश्न :-अगर आपको जनता वोट देकर पार्षद बना देती है तो वार्ड न3 सबसे पहले क्या कार्य करेंगे |
उत्तर :- सर्व प्रथम कार्य होगा सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण क्योंकि महिलाए ही इस सृष्टि ,परिवार , समाज , शिक्षा ,संस्कार की नीव होती है | यदि उनके बारे में हम राजनीतिक नीतिया बनाने के बारे में नहीं सोचेंगे तो कौन पहल करेगा | मै नहीं हम महिलाओ की सुरक्षा के लिहाज से वार्ड के सभी गावों के मुख्य चौक ,चौराहो पर कैमरे लगवाने का कार्य करेंगे ताकि हमारी बहन – बेटिया सुरक्षित रह सके |

पृश्न :-वार्ड न 3 वोटर्स ,महिलाओ , युवाओ आदि को कोई सन्देश या अपील करना चाहेंगे |
उत्तर :- वार्ड न 3 की जनता से अपील है घर में रहे सुरक्षित रहे क्योंकि यह कोरोना काल है | ऐसे व्यक्ति को चुने जो आपके साथ हमेशा सुख दुःख में रहता हो | वैसे तो यह महिला आरक्षित वार्ड है और हमें महिलाओ को भी बढ़ावा देना चाहिये | अगर आगे महिला वार्ड आरक्षित रहता है तो मेरी धर्मपत्नी संध्या शर्मा वार्ड से चुनाव लड़ेंगी एवं क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से विजयी होंगी , धन्यवाद

Posted by: | Posted on: September 3, 2020

शिक्षक आजीवन शिक्षार्थी हैं

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| शिक्षक दिवस ’के रूप में मनाया जाता है, डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन, भारत के दूसरे राष्ट्रपति और एक प्रसिद्ध शिक्षक और शिक्षा के लिए उनके सराहनीय योगदान के लिए एक दार्शनिक की जयंती मनाने के लिए। यह दिन हमारे शिक्षकों को समाज में एक महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उनके सम्मान के लिए सही ढंग से निर्धारित किया गया है। डॉ। राधाकृष्णन का मानना था कि “शिक्षकों को देश में सबसे कुशाग्र होना चाहिए”। वास्तव में, शिक्षक आजीवन सीखने वाले होते हैं क्योंकि सीखना कभी भी न तो उनके लिए रुकता है और न ही छात्रों के लिए।
वर्तमान महामारी की स्थिति के कारण, पिछले कुछ महीनों में, भारतीय के -12 क्षेत्र में ऑफ़लाइन से लेकर ऑनलाइन सीखने की पद्धति में परिवर्तन हुआ है। आजीवन सीखने की शिक्षा का सार होने के नाते, हमने शिक्षकों को नई टेक्नोलॉजी सरलता से सीखते हुए देखा, ताकि वो अपने छात्रों को इन विषम परिस्थियों में भी सुचारु रूप से पढ़ा सके ! हम अपने सभी शिक्षकों को उनकी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से अपने छात्रों की बेहतरी के लिए लगातार उन्नत बनाने और उन्हें उन्नत बनाने के प्रयास की सराहना करते हैं। आने वाले वर्षों में, हाइब्रिड ब्लेंडेड लर्निंग विथ फेस-टू-फेस क्लासरूम और वर्चुअल सबक ’शिक्षा का भविष्य होने की संभावना है जो हमारे छात्रों के लिए सीखने के शानदार अनुभव प्रदान करेगा। शिक्षा प्रणाली के एक अभिन्न अंग के रूप में वर्चुअल लर्निंग यहां रहना है, हालांकि शिक्षकों के साथ स्कूल की गतिविधियों के माध्यम से समग्र विकास, बच्चों की शिक्षा का अत्यंत अभिन्न अंग बना रहेगा।हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP2020) के साथ बच्चों के मार्गदर्शन के लिए उनके अथक प्रयास के लिए हमारे शिक्षकों की सराहना करते हैं, पूरे शैक्षणिक ढांचे में बदलाव आया है और इसलिए यदि हमारे शिक्षक आजीवन शिक्षार्थी बदलावों को फिर से लागू करते हैं और फिर से परिभाषित करते हैं तो हम लाभान्वित होंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे बच्चों को वैश्विक नागरिक बनाने बनाने में योगदान देगी। आचार्य के रूप में शिक्षक न केवल व्यक्तियों को सशक्त बना रहे हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी सशक्त बना रहे हैं। इस शिक्षक दिवस पर, हम अपने सभी प्रिय शिक्षकों से आग्रह करते हैं कि वे शिक्षा के इस महान कार्य के लिए खुद को फिर से समर्पित करें। प्रत्येक बच्चे के भीतर प्रतिभा और क्षमता होती है और शिक्षक इस धन के अनलॉक करने और जीवन में उनके वास्तविक उद्देश्य की खोज करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनकी अच्छी सेवा करेंगे! शिक्षकों -: आप को अनंत कल तक शिक्षार्थी बने रहने व समाज को विद्या दान करते रहने का आशीर्वाद । अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं!

Posted by: | Posted on: September 2, 2020

Maharani Vaishnav Devi Mandir के प्रधान एवँ भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान में व्यापार मंडल फरीदाबाद के प्रधान जगदीश भाटिया से खास बातचीत

Maharani Vaishnav Devi Mandir के प्रधान एवँ भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान में व्यापार मंडल फरीदाबाद के प्रधान जगदीश भाटिया से खास बातचीत

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