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Posted by: | Posted on: December 24, 2018

भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का हुआ शुभारंभ

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। ओल्ड फरीदाबाद स्थित श्री शीतला माता मन्दिर शास्त्री कॉलोनी एवं न्यू सनातन धर्म रामलीला कमेटी  के सौजन्य से चतुर्थ संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ। श्री शीतला माता मन्दिर शास्त्री कॉलोनी  से कलश यात्रा के शुभारंभ किया गया। कलश यात्रा का भव्य रूप बाजार से होते हुए कथा स्थल रामलीला मैदान आर्यसमाज सैैक्टर-19, पहुंची। इस यात्रा में लगभग 400 से अधिक लोगों ने भाग लिए । 150 महिलाओं ने कलश यात्रा में हिस्सा लेकर कलश उठाया तथा पांडाल तक पहुंची। कार्यक्रम के संयोजक मुकेश बंसल ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी पहले से अधिक महिलाओं ने बढ़चढ़ कर कलश यात्रा मंें भाग लिया। कथा का आरंभ दोपहर 3 बजे से किया गया। भागवत व्यास श्री विष्णु कौशिक जी ने कलियुग के चरणों के बारे में बताया कि किस प्रकार इस कलियुग में हम धर्म के माध्यम से अपनी रक्षा कर सकते हैं। इस लिए जितना हो सके हम सभी को धर्म का मार्ग अपनाना चाहिए। व्यास पीठ से उन्हें श्रोताओं से कहा कि सत्य का आचरण करके भी हम पुण्य कमा सकते हैं। वहीं उन्होंने आज की मोबाईल प्रणाली पर भी व्यंग्य कसा, क्योंकि मोबाईल के माध्यम से लोग न जाने कितनी बार झूठ बोलते हैं । उन्होंने व्यास पीठ से लोगों से कहा कि जितना हो सके उतना सत्य बोलें ताकि हम धर्म के मार्ग में चल सके। श्री बंसल ने बताया कि कथा की सप्तदिवसीय श्रृंखला में प्रत्येक दिन कथा का रसास्वादन एवं झंाकी का सुन्दर अवलोकन करने को मिलेगा। इस कार्यक्रम में पं0 दिलीप शास्त्री, इतवारी लाल ठेकेदार, थान सिंह चौहान, मुकेश जिन्दल, शशिबाला चौहान, दिनेश गर्ग, लक्ष्मी, राकेश माहौर, बलराज माहौर, दिनेश गर्ग मेंहदी वाले, महेश शर्मा, राजरानी, ज्ञानेन्द्र सदाना, गंगा देवी, राजेन्द्र कुमार, दयाचन्द यादव, रामभरोसे विशेष रूप से उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: December 19, 2018

मेड ईज़ी स्कूल शिक्षा के साथ संस्कार भी छात्रों को देता हे :- विनय प्रताप

गुरुग्राम(विनोद वैष्णव )| मेड ईज़ी स्कूल, गुरुग्राम ने पहले स्थापना दिवस का दोहरा जश़्न मनाया। 17 दिसंबर को विद्यार्थियों ने अपनी प्रदर्शनी ‘कलाइडोस्कोप’ का आयोजन किया जिसका उद्घाटन गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह (भा.प्र.से.) ने किया। विद्यार्थियों के संग इस अवसर पर स्टाफ के सभी सदस्य और मेड ईज़ी ग्रुप के सीएमडी बी सिंह ने अतिथि का गर्मजोशी से स्वागत् किया।यह जीवन के चार मुख्य बुनियादों पर केंद्रित प्रदर्शनी थी: स्वास्थ्य – स्वस्थ रहने के लिए सही आहार लेना; कला – पूरे देश की विभिन्न कलाओं से प्रेम; स्थायित्व – पृथ्वी के संरक्षण पर जोर देना और समुदाय के जन-जन से जुड़ना – जिसके तहत ‘केरल की बाढ़’ और थाइलैंड गुफा’ की त्रासदी ने प्रदर्शनी में उपस्थित सभी लोगों को द्रवित कर दिया। आयोजन के अतिथि कचरे से बनीं चीज़ों की शानदार प्रदर्शनी देख चकित थे। उन्होंने भागीदार विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत और लगन की तारीफ की। विदा लेने से पहले उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित किया और उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में लीडर बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह जोर देते हुए कहा कि बहुत कम उम्र के बच्चे भी बड़े बदलाव की पहल कर सकते हैं।
विद्यार्थी भी कम उम्र में माननीय अतिथि की बड़ी उपलब्धियों से प्रभावित थे और उनके अनुसरण की इच्छा व्यक्त की।स्कूल एक ऐसी जगह है जो बचपन के सभी मनोभावों से जीवंत रहता है जैसे खुल कर हंसना, स्वाभिमान, झुंझलाहट, यादें और एक दूसरे से दोस्ती। इस जगह का महत्व बढ़ जाता है जब यह बच्चों के लिए आगामी जीवन में सफलता के आवश्यक गुणों का विकास करती है। इन गुणों में सबसे महत्वपूर्ण ‘प्रवाह की क्षमता’ है। विद्यार्थियों के वार्षिक दिवस ‘प्रवाह’ ने यही संदेश दिया। यह आयोजन 18 दिसंबर को किया गया।इसका उद्घाटन रंगन दत्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया। दत्ता मेघालय के पूर्व राजस्व आयुक्त एवं वित्त विभाग में वित्त सचिव रहे हैं। उनके साथ जाने-माने क्रिकेटर, कलाकार और निर्देशक अभिनव चतुर्वेदी भी मौजूद थे।स्कूल की प्रमुख नीतू चानन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए आज की तिथि तक स्कूल की सभी बड़ी उपलब्धियों के बारे में बताया। विभिन्न क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों का विशेष रूप से उल्लेख किया गया।सबसे पहले नर्सरी और केजी के विद्यार्थियों ने कैटरपिलर की कोशिशों और चुनौतियों को दिखाया जिसके बाद वे आखिर में अपने कुकून से तितली बन कर बाहर निकलती हैं। शरीर में बदलाव का यह कठिन दौर दिखाना विद्यार्थियों के माता-पिता के लिए यह संदेश देना था कि वे बच्चों को खुद विकसित होने का अवसर दें और उन्हें झकझोर कर उनके कुकून से बाहर निकालने का प्रयास नहीं करें!आयोजन का केंद्र बिन्दु ‘सप्त मातिृका’ था। इस नाटक में मां के 7 रूपों को दिखाया गया जो इस प्रकार हैं – गर्भधारिणी, वसंुधरा, शत्रुमाता, गौमाता, धात्रिका, गुरुमाता और दुर्गा। एम्फीथिएटर में महाभारत, माता प्रकृति, पन्ना बाई और जीजाबाई के बलिदान, कृष्ण के लिए यशोदा के निःस्वार्थ प्रेम की गुंज सुनाई दी। नाटक प्रत्येक और हर एक मां, जिनसे हमारा वज़ूद है उनके असीम साहस को सलाम करने के साथ सम्पन्न हुआ। बच्चों ने अपनी निर्दोष अभिव्यक्तियों से सभी दर्शकों को भावुक कर दिया।तालियों की गड़गड़ाहट के बीच विद्यार्थियों ने नतमस्तक हो कर दर्शकों से विदा ली और समारोह सम्पन्न हुआ!
गुरुग्राम (एनसीआर) सेक्टर 58 एवं 59 के निकट बांधवाड़ी स्थित मेड ईज़ी स्कूल एक प्रगतिशील के-12 स्कूल है। स्कूल का 25 एकड़ का विशाल कैम्पस है और यह शहर की भीड़ और प्रदूषण से दूर है। स्कूल में सोच-समझ कर विकसित की गई अन्य सुविधाएं हैं जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक हैं। पहले साल की उत्साहवर्द्धक प्रतिक्रिया देखते हुए मेड ईज़ी स्कूल ने सुशांत लोक।।। में दूसरा स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है जो शिक्षा जगत में एक अन्य उच्च मानक होगा।

Posted by: | Posted on: December 19, 2018

इस्कॉन फरीदाबाद ने किया भगवतगीता को स्कूलों तक पहुंचाने का बड़ा प्रयास 

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )इस्कॉन संस्थापकाचार्य श्रील ए.सी. भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद जी ने अपने एक अनुयाई को अगस्त 1973 में एक पत्र में लिखा था कि, “मंदिर केवल खाने और सोने का स्थान नहीं अपितु ये तो माया के विरुद्ध युद्ध के लिए सैनिक तैयार करने का स्थान है”। यह भाव आज भी दुनिया भर के इस्कॉन मंदिरों में प्रचलित और दृश्यमान है, जिसे जीवंत कीर्तन और नृत्य के लिए “हरे कृष्ण” के नाम से जाना जाता है। इस्कॉन के भक्त पवित्र श्रीमद् भगवद्गीता को वितरित करने के लिए भी जाने जाते हैं जोकि 70 से अधिक अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अनुवादित किया जा चूका है। इस्कॉन भक्तों को गर्व है कि दुनिया में शायद ही कोई ऐसा शहर हो जहां भगवद्गीता यथारुप को अपने पाठक न मिले हो, इन सब अकल्पनीय प्रयासों के लिए वे श्रील प्रभुपाद जी को धन्यवाद देते नहीं थकते हैं Iइस्कॉन दिल्ली मंदिर के अध्यक्ष श्री मोहन रूपा प्रभुजी कहते हैं,”हमारा लक्ष्य है श्रीमद भगवद्गीता को पुस्तक रूप में हर घर में पहुँचाना व लोगों को प्रेरित करना कि वे इसे पड़ें व इसके सिद्धांतों को अपने जीवन में लागू करें I” इस्कॉन फरीदाबाद ने इस दिशा में एक बड़ा प्रयास किया है। उन्होंने स्कूल के विद्यार्थियों के लिए एक अद्वितीय ‘वैदिक ओलंपियाड’ तैयार किया है और पिछले एक महीने में इस प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम के लिए 35000 से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया है।मोहन रूप जी ने आगे कहा, “इस प्रतियोगिता को इस प्रकार रचा गया है जिससे कि पीढ़ियों से चली आ रही भारतीय संस्कृति के बीज को पुनर्जीवित किया जा सके जोकि भारत की संस्कृति में निहित है, और यही मकसद हमारे अभियान की सफलता में किसी तरह से छुपा हुआ है।”इस्कॉन फरीदाबाद स्कूल प्रचार टीम ने  सम्मोहिनी रूपा देवी दासी जी के नेतृत्व में भगवद्गीता से कुछ नैतिक और मूल्य आधारित श्लोकों का चयन किया है और इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता की रचना की है। अधिकतम विद्यार्थियों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं। उदाहरण के लिए पंजीकृत विद्यार्थियों को एक-एक भगवद्गीता (अनेक sponsors के द्वारा प्रायोजित), प्रश्न बैंक, ‘मैंगो सिप’ (‘मन पसंद’ द्वारा प्रायोजित) और लैपटॉप, टैब, साइकिल और 200 से अधिक अन्य आकर्षक पुरस्कार। भाग लेने वाले विद्यार्थियों के लिए इसे सरल बनाने के लिए एक प्रश्न बैंक तैयार किया गया है और प्रतियोगिता के लिए पंजीकृत प्रत्येक विद्यार्थी को दिया गया है I सुश्री सम्मोहिनी रूपा देवी दासी ने कई स्कूलों के साथ अपना अनुभव साझा किया। “हमें जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और 60 से अधिक स्कूलों ने क्विज़ में भागीदारी की है। स्कूल के अधिकारियों ने इस्कॉन के प्रयास की सराहना की है और हमसे अपने विद्यार्थियों व स्टाफ के लिए नियमित संगोष्ठियों को व्यवस्थित करने का अनुरोध कर रहे हैं। हमें उनकी प्रतिक्रिया ने बहुत प्रोत्साहित किया और हम नियमित रूप से इस शिक्षा अभियान को जारी रखने की व्यवस्था कर रहे हैं।”
फरीदाबाद मंदिर के अध्यक्ष गोपीश्वर दास ने कहा, “पूरा विचार यह है कि हम चाहते हैं कि विद्यार्थी युवावस्था में ही भगवद्गीता के साथ संबंध विकसित करें। श्रीमद भगवद्गीता में ही स्वयं पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण ने इस ज्ञान को ‘राज विद्या’ अर्थात ज्ञान का राजा व ‘पवित्रं’ कहा है I जो भी गीता पढ़ने के लिए एक छोटा सा प्रयास करता है वह शुद्ध हो जाता है।  इसलिए युवा जैसे ही गीता को अपने जीवन में जोड़ते हैं वे स्वच्छ व शुद्ध हृदय की ओर बढ़ते हैं और यही स्वच्छ ह्रदय वास्तव में समाज को सभी बुराइयों से छुटकारा दिला सकता है। हमारे साथ जुड़े हुए अनेक sponsors व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए मैं फरीदाबाद के सभी जिम्मेदार लोगों से आगे आने और इस्कॉन को अपना समर्थन देने की अपील करता हूँ ताकि हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत को बढ़ाने के प्रयास कई गुणा आगे बड़ सके I”
Posted by: | Posted on: December 12, 2018

साईधाम में धूमधाम से मनाया गया स्कूल का वार्षिकोत्सव एवं फाउंडर्स डे

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )। तिगांव रोड साईधाम में बुधवार को शिरडी साई बाबा स्कूल का वार्षिकोत्सव एवं ट्रस्ट के संस्थापक चेयरमैन डा० मोतीलाल गुप्ता का जन्मदिवस फाउंडर्स डे के रूप में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने मनमोहक अंदाज में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। स्कूली बच्चों ने बहुत सुंदर झांकियां एवं कलाकृतियां बनाई हुई थी, जो बेहद ही सुंदर तरीके से बनाई गई थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डा० एन के पांडे एवं ओसवाल कास्टिंग के चेयरमैन ने अपने विचार प्रस्तुत किए और संस्था के चेयरमैन डा० मोतीलाल गुप्ता की कार्यशैली और उनकी डेडीकेशन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 84 वर्ष की उम्र में भी जिस प्रकार की एकाग्रता एवं जज्बा डा० मोतीलाल दिखा रहे हैं, उसकी जितना प्रशंसा की जाए कम है। आज के आधुनिक दौर में अगर आप बच्चों को नि:शुल्क उच्च गुणवता की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, तो इससे बड़ा पुण्य कार्य कोई नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि डा० मोतीलाल ने कभी 49 बच्चों के साथ स्कूल की शुरूआत की थी और आज इस स्कूल में 1400 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। डा० मोतीलाल गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि मेरा लक्ष्य भारतवर्ष के गरीब परिवारों के एक-एक बच्चे को नि:शुल्क एवं उत्तम गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना है और इसके लिए जो भी संभव होगा वो करें। उन्होंने देश के उद्योगपतियों, राजनेताओं एवं सामाजिक संगठनों से भी इस कार्य में सहयोग करने की अपील की। डा० मोतीलाल ने कहा कि मेरा ध्येय गरीबों की सेवा करना है और वो जैसे भी हो पाएगी करूंगा। उन्होंने कहा कि जब तक भारतवर्ष का गरीब बच्चा उच्च गुणवत्ता की शिक्षा ग्रहण नहीं करेगा, भातरवर्ष की उन्नति की हम किस प्रकार कामना कर सकते हैं। इस मौके पर प्रसिद्ध कवि दिनेश रघुवंशी, शिक्षाविद डा० एम पी सिंह, समाजसेवी अनीता शर्मा ने अपने विचार प्रकट किए और डा० मोतीलाल को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी। कवि दिनेश रघुवंशी ने अपने अंदाज में कविता पेश करते हुए कहा कि ‘समुंद्र में मोती तो बहुत होते हैं, लेकिन मोतीलाल कोई विरला ही होता है’ के साथ जन्मदिन मुबारकबाद दी। कार्यक्रम के अंत में आर डी शर्मा ने कहा कि शिरडी साई बाबा स्कूल किसी भी एनजीओ द्वारा चलाया जा रहा एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां पर नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। स्कूली बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और कार्यक्रम की सफलता के लिए मैनेजमेंट कमेटी, प्रिंसीपल बीनू शर्मा, विकास मल्होत्रा एवं स्टाफ का धन्यवाद जताया। कार्यक्रम के अंत में अपनी कला एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्कूली छात्रों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर हरियाणा सरकार के सीएसआर दुर्गेश शर्मा, रोहित रूंगटा, समाजसेवी रेखा शर्मा, मनीष अग्रवाल, अजय गुप्ता, सुदर्शना गुप्ता, एस के माथुर, नीरा गोयल, नीरज शर्मा, विकास रॉय, वर्मा जी एवं अन्य आए हुए अतिथियों ने डा० मोतीलाल गुप्ता का जन्मदिवस धूमधाम से मनाया और उनको शुभकामनाएं दी।
Posted by: | Posted on: December 9, 2018

कृष्णा पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया

सोहना ( विनोद वैष्णव ) | लाला खेड़ली इस्थित कृष्णा पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया इस मौके पर स्कूल के चैयरमेन प्रदीप करहाना ने बताया कि वार्षिक उत्सव में रामभगत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शरुवात की ओर बच्चो को पढ़ने के लिए प्रेरित किया साथ ही समापन समारोह में सोहना के विधायक तेजपाल तंवर ने लक्ष्मी और निधि का उतसाहवर्धन किया जिन्होंने बेटी बचाओ ओर बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के द्वारा अभिभावको की तालिया बटोरी | भारतीय संस्‍कृति दुनिया की सबसे पुरानी संस्‍कृतियों में से एक है. यहां रहने वाले लोगों की भाषा अलग है। पहनावा अलग है खानपान अलग है लेकिन उस सबके बावजूद सबसे मजबूत लोकतंत्र नज़र आता है यही वजह है कि विदेशी भी भारत की और  खिंचे चले आते हैं और भारतीय संस्‍कृति को अपने जीवन का हिस्‍सा बना लेते हैं. कई विदेशी भारत से इतने प्रभावित हुऐं की यही रहने भी लगे। स्टूडेंट ने एक से बढ़कर एक भारतीय और विदेशी सभ्यता के ऊपर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया ।

Posted by: | Posted on: December 9, 2018

जीबीएन स्कूल के सफलतापूर्वक 15 साल पूरे करने पर वार्षिक उत्सव कार्यक्रम मनाया गया

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )| भारतीय संस्‍कृति दुनिया की सबसे पुरानी संस्‍कृतियों में से एक है. यहां रहने वाले लोगों की भाषा अलग है। पहनावा अलग है खानपान अलग है लेकिन उस सबके बावजूद सबसे मजबूत लोकतंत्र नज़र आता है यही वजह है कि विदेशी भी भारत की और  खिंचे चले आते हैं और भारतीय संस्‍कृति को अपने जीवन का हिस्‍सा बना लेते हैं. कई विदेशी भारत से इतने प्रभावित हुऐं की यही रहने भी लगे। स्टूडेंट ने एक से बढ़कर एक भारतीय और विदेशी सभ्यता के ऊपर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । इसके लिए स्टूडेंट्स स्कूल स्टाफ बधाई के पात्र है। यें बाते कल्चरल कांसलर ऑफ दा एम्बेसी ऑफ इजिप्ट डॉ मोहम्मद शौकर नाडा ने  सेक्टर-21 डी स्थित जीबीएन स्कूल के सफलतापूर्वक 15 साल पूरे करने पर आयोजित वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में पहुुचने पर कहे । इस अवसर पर एओटीएस दिल्ली केंजी हयानो फ्रॉम हिताची जापान स्पेशल गेस्ट के रूप में मौजूद रहे।इस अवसर पर  स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। वही स्कूली बच्चों ने देशी और विदेशी सभ्यता और व संस्कृति के ऊपर एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने जापान की सभ्यता को डांस के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया। जिसे आएं हुऐं सभी अतिथियों ने काफी पसंद किया। इस अवसर पर स्कूल की डायरेक्टर अनीता सूद ने अपने संबोधन में कहा की जीबीएन स्कूल के सफलतापूर्वक 15 साल पूरे होने का क्रेडिट  स्कूल स्टाफ, अभिभावक और प्यारे बच्चों को जाता है। स्कूल में एजुकेशन ,स्पोर्ट्स या फिर कल्चर एक्टिविटी की बात हो बच्चों ने हमेशा ही आगे रहकर  स्कूल, शहर और स्टेट का नाम रोशन किया है। आज जो बच्चों द्वारा कार्यक्रम  प्रस्तुत किए गये है उसका मकसद केवल  स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सभ्यता तथा नैतिक मूल्यों के बारे में जानकारी देना था।  इस अवसर पर स्कूल  प्रिंसिपल लीला गोविन्द ने स्कूल रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुऐं स्कूल के अचीवमेंट्स के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में वीजी इंडस्ट्रीस के  मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप सूद , अंजलि सूद , डॉ रोहित मुखर्जी ,डॉ श्रीश भारद्वाज,  डॉ गोविन्द  , ट्रस्टी मेम्बर आरके गुप्ता ,डॉ रेणु गुप्ता  और  सीएल जैन ,आदि कई लोग उपस्थित रहे

 

Posted by: | Posted on: December 8, 2018

कुंदन ग्रीन वैली स्कूल मे लगाया गया रक्दान व निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )|  कुंदन ग्रीन  वैली स्कूल बल्लबगढ़ के प्रांगण मे स्कूल के संस्थापक  शिवलाल शर्मा  की पुण्य तिथि पर रक्तदान शिविर एवम् निशुल्क स्वास्थय जांच शिविर का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ  मुख्य अतिथि बल्लबगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा जी ने किया । विशिस्ट अतिथि के रूप मे एसीपी बल्लभगढ बलबीर सिंह , प्रभारी कुलदीप जी एवं ज्योतिषाचार्य डॉ सतीश चंद्र शर्मा जी मोजूद थे।

नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में सर्वोदय अस्पताल से आये स्पेस्लिट डॉक्टरों जिनमें फिजिसियन, कॉर्डियोलिजिस्ट, ईनटी, डेन्टिस्थ, ईसीजी, गॉयक्लोजिस्ट, टीएनटी के द्वारा लोगों की जाँच कि गई। इस शिविर में 1480 रोगियों के रोग की जांच की। साथ ही नि:शुल्क दवाईयां देते हुए स्वस्थ्य रहने को लेकर आवश्यक परामर्श दिया।

इस शिविर मे 57 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ जिसमे की विशेष तौर से स्कूल के निर्दशक श्री भारत भूषण शर्मा जी, उपनिर्देशिक श्रीमति कमल अरोडा जी व स्कूल के स्टाफ का रक्तदान में विशेष योगदान रहा। विधायक  मूलचंद शर्मा  ने इस तरह के आयोजन करने के लिए शुभकामनाएं दी और भविष्य मैं भी हर प्रकार के सहयोग की बात कही। संस्था के कार्यो की सराहना की व कहा कि रक्त दान महादान है यह सबसे बड़ा पुण्य कार्य है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुंदन ग्रीन वैली स्कूल व सोच संस्था के निर्देशक भारत भूषण जी ने कहा की रक्त से कई की जान बचायी जा सकती है। इससे बड़ा कोई दान नहीं होता है। आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक है,  तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।  आगे उन्होंने बताया कि संस्था इस तरह से जनहित कार्य पोधारोपण , खेल कूद , निशुल्क सवास्थ्य जाँच शिविर , समय -समय पर आपसी सहयोग से करवाती रहती है ।  मेधावी  विद्यार्थियों , व नेक कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित करती है । इसमें टीपरचंद, नरेंद्र परमार, डॉ प्रवीन गुप्ता, दीपक यादव, संत हुड्डा, दीपक चौधरी(पार्षद) व दीपक यादव(पार्षद) का काफी योगदान रहा।

Posted by: | Posted on: December 8, 2018

हयूमन लीगल ऐड एण्ड कंट्रोल आगेनाईजेशन द्वारा रक्तदान शिविर

Posted by: | Posted on: December 1, 2018

विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष पर एमवीएन विश्वविद्यालय में विश्व एड्स दिवस को मनाया गया

( विनोद वैष्णव ) | विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष पर एमवीएन विश्वविद्यालय में विश्व एड्स दिवस को मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ) जे.वी देसाई ने बताया विश्व एड्स दिवस 1988 के बाद 1 दिसंबर को हर साल मनाया जाता है , जिसका उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना और बचाव के तरीकों को बताना है। वर्ष 2018 की थीम “नो योर स्टेटस” है। जिसके अनुसार लोगों को एचआईवी टेस्ट कराने के लिए प्रेरित करना है। सबसे पहले इस रोग का विषाणु एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस) अफ्रीका के खास प्रजाति के बंदर में पाया गया और वहीं से पूरी दुनिया में फैला। आज पूरे विश्व में तकरीबन 3 करोड़ 70लाख लोग एड्स की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं भारत में भी लगभग 21 लाख लोग इस समस्या से प्रभावित हैं।

इस अवसर पर फार्मेसी संकाय की संकायाध्यक्ष डॉ ज्योति गुप्ता ने बताया एड्स स्वयं में कोई बीमारी नहीं है। इस रोग में व्यक्ति अपनी प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता को खो देता है और जीवाणु और विषाणु आदि से होने वाली संक्रामक बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है । जिससे आम सर्दी, जुकाम से लेकर क्षय रोग जैसे रोग सहजता से हो जाते हैं। एचआईवी संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में 8 से 10 वर्ष या इससे भी अधिक समय लग सकता है। एड्स की पहचान केवल औषधीय परीक्षण से ही संभव है।

इस अवसर पर फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष तरुण विरमानी ने बताया एचआईवी संक्रमण के तीन मुख्य चरण है। पहला तीव्र संक्रमण, दूसरा नैदानिक विलंब और तीसरा एड्स। तीव्र संक्रमण एचआईवी के संक्रमण के बाद आरंभ होती है उसे तीव्र रेट्रोवायरल सिंड्रोम कहते हैं। इसमें कई व्यक्तियों को 2 से 4 सप्ताह में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी, कुछ में बुखार, गले की सूजन, चकते, सिर दर्द, मुंह और जननांगों में घाव के लक्षण दिखने लगते हैं। कुछ में जठरांत्र जैसी की बीमारियां जैसे उल्टी,मितली, दस्त के लक्षण दिखते हैं इसलिए किसी रोगी को बिना वजह बार बार बुखार आता है तो उसको एचआईवी परीक्षण करा लेना चाहिए। नैदानिक विलंब या पुरानी एचआईवी, उपचार के बिना एचआईवी संक्रमण 3 से 20 साल और औसतन 8 साल तक रह सकता है। इस के अंतिम चरण में कई लोगों को बुखार, वजन घटना,लसिका में सूजन, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं और मांसपेशियों में दर्द का अनुभव होता है और इसी के अंत में इलाज के अभाव में अंततः वह एड्स में बदल जाता है।

इसके बचाव में तरूण विरमानी ने बताया एचआईवी संक्रमित या एड्स से पीड़ित व्यक्ति रक्तदान कभी ना करें और रक्त ग्रहण करने से पहले रक्त का एचआईवी परीक्षण करवाएं। भारत में एड्स से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या के संभावित कारणों में आम जनता को एड्स के विषय में सही जानकारी का ना होना, शिक्षा में यौन शिक्षण व जागरूकता बढ़ाने वाले पाठ्यक्रम का अभाव का होना,  गर्भनिरोधक के उपयोग को अनुचित ठहराना, असुरक्षित यौनसंबंध, संक्रमित रक्त के आदान-प्रदान,जीवाणु रहित सिरिंज का उपयोग, संक्रमित सेविंग ब्लेड का उपयोग से बचाव आती है।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने बताया कि फार्मेसी विभाग के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के छात्र और छात्राओं को पोस्टर के माध्यम से एड्स और एचआईवी संक्रमण की जानकारी और बचाव के बारे में बताया। कार्यक्रम के अंत में डॉ राहुल वार्ष्णेय में विश्व एड्स दिवस के सफलतापूर्वक आयोजन पर फार्मेसी विभाग के समस्त विद्यार्थियों, अध्यापकों और कर्मचारीगणों का धन्यवाद किया और कहा की आम जानकारियां जिनसे हम एचआईवी संक्रमण से बचाव कर सकते हैं वह प्राप्त की।

इस अवसर पर रेशू विरमानी, विकास जोगपाल, माधुरी ग्रोवर, शादाब आलम, मोहित मंगला, चरण सिंह, सतवीर सौरौत, गिरीश मित्तल, गीता महलावत आदि उपस्थित थे।

Posted by: | Posted on: November 30, 2018

लिव फॉर नेशन सगंठन के कार्यालय पर पहुंचे शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद के भतीजे सुजीत कुमार आज़ाद

 फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )। शहीद चन्द्रशेखर आजाद के भतीजे सुजीत कुमार आजाद, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बी. डी. कौशिक, ओमपाल प्रसाद और दिल्ली प्रदेश की अध्यक्षता निहारिका बीती रात लिव फॉर नेशन संगठन के कार्यालय पर पहुंचे। सभी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। वहीं निहारिका और ओमपाल प्रसाद को सदस्यता पत्र के साथ सम्मानित किया गया। इस मौके पर उन्होंने लिव फॉर नेशन सगंठन की टीम को अपना आशीर्वाद दिया।
लिव फॉर नेशन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कौशिक पुरखासिया ने बताया कि वे सभी शहीद-ए-आजम चन्द्रशेखर आजाद के संगठन हिन्दुस्तान रिपब्लिकन आर्मी से जुड़े हैं तथा देश में दोनों संगठन क्रांतिकारियों की रहा पर चल रहे हैं। इस मौके पर लिव फॉर नेशन संगठन के संरक्षक टीटु डंगवाल ने संगठन को मजबूत करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे संगठन को मजबूत करने के लिए मिलजुलकर कार्य करें और लोगों को संगठन के बारे में बताएं। इस मौके पर प्रवीन वशिष्ठ ,मिन्नी, पुनीत वशिष्ठ, सुनील मुदगल, मनोज चौहान, नवीन गोरिया, रविन्द्र पाल, प्रदीप ठाकुर, सुमित, शैन्की बडख़ल, अमित आदि सभी कार्यकर्ता मौजुद रहे।