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Posted by: | Posted on: June 7, 2018

हरियाणा के राज्यपाल द्वारा डा.एस.एस. बंसल की पुस्तक ‘आल यू नीड टू नो अबाऊट हार्ट’ का विमोचन

चण्डीगढ़( विनोद वैष्णव ) । हरियाणा के राज्यपाल  कप्तान सिंह सोलंकी ने 1 जून 2018 को डा.एस.एस. बंसल द्वारा रचित पुस्तक ‘आल यू नीड टू नो अबाऊट हार्ट’ का राजभवन चण्डीगढ में विमोचन किया।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री  विपुल गोयल जी भी उपस्थित थे।राज्यपाल महोदय  कप्तान सिंह सोलंकी जी ने डा. बंसल को बधाई देते हुए कहा कि उनकी लिखी पुस्तक हृदय रोग और उसके उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती है। उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि डा. बंसल का प्रयास महत्वपूर्ण कदम है जिसके द्वारा हम समाज से घातक बीमारियों का बोझ कम कर सकते है। उन्होंने बहुत सहज भाव से डा. बंसल के लिए कहाँ की ‘तुमसा नही देखा’।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि चिकित्सा जगत के विख्यात डा. बंसल ने अपने पेशे में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ-साथ अपनी काबिलियत को इस रचना के माध्यम से संकलित कर समाज को जागरूक करने का काम किया है।पुस्तक विमोचन समारोह में उपस्थित अन्य गणमान्य हस्तियाँ में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री  राजेश खुल्लर जी,  के.के जलान जी, डा. राकेश गुप्ता , मैडम विनी ,  दीनकर ,  आन्नद मोहन सरन जी, सुधीर राजपाल ,  प्रबोध सक्सेना जी,  समीर पाल सरो ,  अमित , राकेश ,  विकास गुप्ता ,  पंकज अग्रवाल , दिनेश रघुवंशी और निदेशक हरियाणा साहित्य अकादमी कुमुद बंसल  मौजूद रहे।

यह पुस्तक हृद्य रोग से सम्बन्धित है तथा काफी सरल भाषा में डा. बंसल ने इस किताब में हृदय रोग के लक्षण, रोकथाम, इलाज के तरीके विस्तारपूर्वक लिखे है तथा बीमारी के साथ भी किस प्रकार सम्पूर्णताके साथ स्वस्थ रहा जा सकता है का बखूबी व्याख्यान किया है। जिस तेजी से भारतवर्ष हृदयरोगियों की राजधानी बनता जा रहा है तथा प्रतिदिन कई लोग जानकारी के अभाव में असामयिक मृत्यु का शिकार हो जाते है, एक बेहद उपयोगी मुद्दा है। सभी लोगों को इस रोग के बारे में जानकारी होनी चाहिये। इस आशय से इस पुस्तक की रचना की गई है।डा. एस.एस. बंसल ने हरियाणा राज्य में पहला हृदयरोग अस्पताल सन् 2002 में फरीदाबाद में शुरू किया था। उन्होंने एन्जियोप्लास्टी, पेसमेकर, बाईपास जैसे कई महत्वपूर्ण आपरेशन फरीदाबाद में पहली बार शुरू किये थे।डा. बंसल ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से वह आम आदमी तक यह बात पहुँचाना चाहते है कि रोजमर्रा की जिन्दगी में एवं अपने खान-पान के ढं़ग में कुछ परिवर्तन ले आये तो हृदय रोगों से बचाव सम्भव है।इसी अवसर पर श्रीमति शारदा मित्तल द्वारा रचित दोहा संग्रह ‘‘मनवा भयो फ़क़ीर’’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया। श्रीमति शारदा मित्तल एक श्रेष्ठ रचनाकार के रूप में अपने आप को पहले ही प्रतिष्ठित कर चुकी है। मानवीय संवेदनाओ, रिश्तो की अहमियत, इन्सानियत तथा आपसी व्यवहार के विषय मे लिखने वाली इन कवियत्री ने बेहतरीन कविताऐं व छंद समाज को दिये है। राजेश खुल्लर जी ने डा. बंसल के प्रयासो की सराहना करते हुए कहा कि डा. बंसल और उनकी बहन श्रीमति शारदा मित्तल बहुमुखी प्रतिभा के धनी है और हमारे समाज को ऐसे ही लोगों से प्ररेणा मिलती है। राकेश जी ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का उनके बहुमूल्य समय और समर्थन प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया।

Posted by: | Posted on: June 2, 2018

श्रीराम कथा का आठवां दिन: बापू ने भगवान श्रीराम और सीता माता के विवाह का उल्लेख किया

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) श्रीराम कथा के आठवें दिन मोरारी बापू को सुनने 17 हजार से ज्यादा राम भक्त पहुंचे। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अनिल जैन, ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा, फरीदाबाद जिला बीजेपी अध्यक्ष गोपाल शर्मा, पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना, पूर्व मंत्री एसी चौधरी, पूर्व विधायक आनंद कौशिक, (रिटायर्ड) हरियाणा डीजीपी एसएन वशिष्ठ, पालमपुर महाराज, योग गुरू ओम जी समेत कई अतिथियों ने श्रीराम कथा सुनीं।

बापू ने कहा अगर सत्य को धर्म कहे, तो दुनिया का कोई धर्म उसे गलत नहीं कह सकता। बापू ने कथा के दौरान अलग-अलग धर्मों के ग्रंथों में सत्य की महिमा का व्याख्यान किया। उन्होंने कहा, जिस प्रकार दुनिया का कोई मजहब सत्य से इंकार नहीं कर सकता उसी प्रकार प्रेम से, करूणा से इंकार नहीं कर सकता। हमारे जीवन और इस विश्व में जितनी मात्रा में सत्य है, वह सतयुग है।

वह सभा नहीं जिसमें वृद्ध नहीं

वह वृद्ध नहीं जिसमें धर्म नहीं

वह धर्म नहीं जिसमें सत्य नहीं

वह सत्य नहीं जिसमें निर्भयता से बोला न जाए

हमारे जीवन में प्रेम है तो हम त्रेता युग में हैं। जहां हमारे ह्रद्य में करूणा का भाव है, वहां हम द्वापर युग में हैं क्योंकि करूणा द्वापरीय है। बापू ने कहा, जहां न सत्य हो, न करूणा हो वहां कलयुग है।

बापू ने पुष्प वाटिका और अशोक वाटिका का वर्णन किया। उन्होंने बताया, जिसमें पुष्प ही पुष्प हैं, कोई फल नहीं, न ही किसी को फल की इच्छा, विभिन्न प्रकार के पक्षी हैं वह पुष्प वाटिका है। जहां फल ही फल हैं, खुशबू की अनुभूति नहीं है, फल का भोग है और जहां कोई पक्षी नहीं है, वह अशोक वाटिका है। बापू ने कहा आज की समस्या है चिंता। पति-पत्नी का युगधर्म जिससे छोटे घर में अपने आप को सतयुग का अनुभव हो। पहला धर्म है, पति-पत्नी एक दूसरे को स्वतंत्रता दें, यह युगधर्म है। दूसरा धर्म है, श्रवण करने से मन में संदेह होता है। एक दूसरे पर संदेह न करें। शंका की दृष्टि से एक दूसरे को न देखें, वहम न करें। तीसरा धर्म है, पति-पत्नी दोनों एक दूसरे का फोन चेक न करें, एक दूसरे से कुछ न छुपाएं। चौथा धर्म है, स्वीकारिता रखो पत्नी कैसे भी स्वभाव की है, पति कैसे भी स्वभाव का हो उसे स्वीकार करें। पांचवां, पति-पत्नी में कोई मतभेद हो जाए तो रात्रिकाल में सोने से पहले सारे मनमुटाव भुला देना चाहिए। छठा, पति-पत्नी को एक संतान की प्राप्ति के बाद मैत्रीभाव से रहना चाहिए।

बापू ने आज की कथा में श्रीराम और सीता माता के विवाह का उल्लेख किया। उन्होंने बताया, किस तरह सीता माता ने सर्वप्रथम श्रीराम के दर्शन किए थे। बापू ने कहा, राम दर्शन कराने वाला गुरु होता है। फिर चाहे वो किसी भी रूप में आए। ऐसे गुरु को अपने आगे रखना चाहिए, गुरु सरल होता है, उसे जहां रखे रह जाता है।  बापू ने बताया, पैर के पायल- सदाचरण का प्रतीक है, करधनि- संयम का प्रतीक है, कंगन- समर्पण का प्रतीक, दान का प्रतीक है, ये तीन आभूषण प्रभु को अपनी तरफ आकर्षिक करते हैं।

Posted by: | Posted on: May 30, 2018

हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि मानव जीवन में धर्म का बहुत बडा महत्व है

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )| हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि मानव जीवन में धर्म का बहुत बडा महत्व है। भारत की पहचान साधु-संतों की भूमि के रूप में होती रही है। यहां के साधु संतों ने विश्व स्तर पर देश को नई पहचान दिलाई है। मोरारी बापू ने भी पूरे विश्व में ज्ञान के साथ-साथ भारतीय संस्कति का प्रचार करने का कार्य किया है।
राज्यपाल बुधवार को सेक्टर-12 स्थित हुडा ग्राउंड में विश्व प्रसिद्ध रामकथा वाचक मोरारी बापू की श्रीरामकथा के पांचवे दिन हिस्सा लेने के बाद भक्तजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बापू जी की कथा से भक्तजनों को अपार उर्जा मिलती है। इस कथा को सुनने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में भक्तजन पहुंचे हैं। उन्होंने मोरारी बापू का अभिनंदन करते हुए कहा कि इस कथा में जैसा माहौल है, अगर हरियाणा व देश में भी ऐसा ही माहौल हो जाए तो यह धरा स्वर्ग के समान हो सकती है। उन्होंने कहा कि रामायण की रचना तो वाल्मीकि ने की थी,  लेकिन 21वीं सदी में बापूजी इसे सबके मन में बसा रहे हैं। मोरारी बापू को देखकर स्वामी रामतीर्थ याद आते हैं। एक बार उन्हें इंग्लैंड में वहां की वेशभूषा पहनने का आग्रह किया गया, जिस पर उन्होंने सब कुछ पहना, लेकिन हैट नहीं पहना और कहा कि सिर पर तो भारत का गौरव व पहचान पगडी है। मानव रचना विश्वविद्यालय के बारे में उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय सिर्फ नाम से ही मानव रचना नहीं हैं, बल्कि यहां  वास्तविकता में मानव निर्माण का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोकमान्य तिलक, स्वामी विवेकानंद को याद करो, जिनके मुख पर वंदे मातरम और हाथ में गीता होती थी।
इसके बाद मोरारी बापू ने कथा के पांचवे दिन पनघटवृति तथा प्रभाव के तेज व स्वभाव के तेज के बारे में बताया। फिर उन्होंने श्री कृष्ण की मृत्यु का अनोखा विवरण दिया। बापू ने कहा- जिसमें अत्यंत क्रोध की भावना है उसमें अत्यंत करुणा की संभावना है। बापू ने मन की महाभारत के वर्णन में बताया, श्री कृष्ण से सरल चित्त आज तक विश्व में किसी का नहीं हुआ। कभी किसी संत को देखो तो ये मान लेना थोड़ी देर के लिए श्री कृष्ण को देख लिया। कृष्ण के महानिर्वाण का विवरण देते हुए बापू ने विस्तारपूर्वक एक-एक घटना का उल्लेख बेहद मार्मिकता से किया। बापू ने बताया कि तीन प्रकार के प्रभु का अवतरण होता है-पहला अवतार के रूप में, दूसरा बुद्ध पुरूष के रूप में तथा तीसरा ग्रंथ के रूप में। कथा के आखिर में बापू ने एक बार फिर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान का धन्यवाद किया। इस अवसर पर मानव शिक्षण संस्थान की संरक्षिका सत्या भल्ला व चेयरमैन डा. प्रशांत भल्ला, वाइस प्रेजिडेंट डा. अमित भल्ला, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
Posted by: | Posted on: May 29, 2018

योगेश बुढाकोटि उत्तराखंड समाज प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष चुने गये

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )। हरियाणा की सबसे बड़ी उत्तराखंड समाज प्रतिनिधि सभा हरियाणा (रजि) ने फरीदाबाद के योगेश बुढाकोटि को प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। यह घोषणा संस्था ने करनाल में आयोजित आमसभा में की। फरीदाबाद के योगेश बुढाकोटि को प्रदेश अध्यक्ष जीद के एडवोकेट मायाराम देवली को महासचिव, फरीदाबाद के नंद किशोर जुयाल को कोषाध्यक्ष, करनाल के पान सिंह को आडिटर एवं यमुनानगर के भारत भूषण जुयाल को संरक्षण की जिम्मेवारी सौंपी गयी।
योगेश बुढाकोटि ने बताया कि यह चुनाव 2018 से 2020 तक के लिए किये गये है जिसमे नई कार्यकारिााी को यह जिम्मेवारी सौंपी गयी है। श्री बुढाकोटि ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में लगभग 20 लाख से अधिक उत्तराखंड के लोग निवास करते है और यह समाज एकता की मिसाल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश की राजनीति में भी उत्तराखंड समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
योगेश बुढाकोटि ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गयी है उस जिम्मेवारी को वह पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से निभाते हुए अपने पद की गरिमा को बनाये रखते हुए समाज को आगे लाने एवं मजबूत करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सभा में और अधिक लोगों को जोडक़र एक मिसाल कायम करने का प्रयास करूंगा यह मेरा वादा है।

Posted by: | Posted on: May 28, 2018

अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला नेतृत्व में आज उड़ीसा के नवनियुक्त राज्यपाल महामहिम प्रो. गणेशी लाल से उड़ीसा भवन में मुलाकात कर बधाई दी

नई दिल्ली( विनोद वैष्णव )। अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला नेतृत्व में आज उड़ीसा के नवनियुक्त राज्यपाल महामहिम प्रो. गणेशी लाल से उड़ीसा भवन में मुलाकात कर बधाई दी। इस मौके पर महामहिम प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि समाज के लोग हमारे पूर्वजों के दिखाऐं मार्ग पर चलते हुए सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी करें। उन्होंने कहा कि आज हमें एकजुट होकर एक मंच पर आने की आवश्यक्ता है इसलिए समाज के लोग आपस में वैर विरोध की भावना को त्याग कर एकता बनाने में सहयोग करें तभी हम समाज में आगे बढ़ सकते है। उन्होंने कहा कि हम पर महालक्ष्मी की कृप्या है इसलिए हमे अपने समाज के प्रति दायित्वों को पूरी ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए। महामहिम ने कहा कि युग प्रर्वतक महाराजा अग्रसेन जी ने एक मुद्रा एक ईट जैसी पद्धति का प्रचलन करके समाजवाद और समानता को सही रूप में सार्थक कर दिखाया था और आज हमें उसी रास्ते पर चलने की जरूरत हैं तभी समाज मेें समानता भाईचारा व परस्पर सहयोग स्थापित होगा और देश भी उन्नति की और अग्रसर होगा। प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीनिवास गुप्ता, उपाध्यक्ष ललित बंसल, रोशन लाल गोयल, गुडग़ांव लोकसभा अध्यक्ष अभय जैन, फरीदाबाद लोकसभा अध्यक्ष बलराम गर्ग, केदारनाथ अग्रवाल, नवीन गोयल, प्रदेश सचिव अंकुश जैन, सोनीपत के युवा लोकसभा अध्यक्ष हिमलेश जैन, विनोद गुप्ता, शीतल जैन सहित अन्य पदाधिकारियों ने महामहिम प्रो. गणेशी लाल को अपनी शुभकामनाऐं दी।

Posted by: | Posted on: May 27, 2018

मोरारी बापू द्वारा श्रीराम कथा शुरू, हजारों लोगों ने लिया हिस्सा

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ): फरीदाबाद में मोरारी बापू द्वारा श्री राम कथा का आगाज हो गया है। कथा के पहले दिन 12 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। मोरारी बापू ने मानव रचना शैक्षणिक संस्थान और भल्ला परिवार का शहर में श्री राम कथा करवाने के लिए धन्यवाद किया।मोरारी बापू ने बताया कि वो यहां आने से पहले सोच रहे थे कि किस विषय पर यहां चर्चा की जाए। उन्होंने बताया कि वह इस नौ दिवसीय श्रीराम कथा में  मानस युग धर्म विषय पर सभी भक्तों से बात करेंगे। उन्होंने बताया कि, भगवान राम की माया से प्रत्येक व्यक्ति के ह्रदय में चारों युग रोज आते –जाते रहते हैं। जो समझदार है जीवन में चारों युग को ढूंढते हैं और अधर्म को छोड़ कर अच्छे धर्म की तरफ जाते हैं। बापू ने बताया सर्वधर्म वो है जब कोई अपना धर्म जाने। जो आज से शुरुआत करेंगे वह युगधर्म है। उन्होंने बताया सुबह उठ कर तीन घंटे सबसे जरूरी हैं, वह सद्युग के दर्शन के सक्षण, उसके बाद तीन-चार घंटे त्रेता युग के सक्षम, फिर तीन-चार घंटे द्वापपर युग के सक्षम और फिर तीन-चार घंटे कलयुग के सक्षम। रामायण के आधार पर नौ जोड़ियां हैं, जो अगर अपना धर्म समझ लें, तो पूरा विश्व और समाज शआंति से भर जाए। वह नौ जोड़ियां हैं—- राजा और प्रजा की जोड़ी, पति और पत्नी की जोड़ी, भाई और भाई की जोड़ी, बाप और बेटे की जोड़ी, अध्यापक और विद्यार्थी की जोड़ी, जीव और शीव की जोड़ी, गुरु/सद्गुरू और शिष्या की जोड़ी, बहन और भाई की जोड़ी और श्रोता और वक्ता की जोड़ी। बापू ने बताया पहले दिन की कथा में ग्रंथ की चर्चा की जाती है। रामचरितमानस की रचना शिव ने की थी। पहले सोपान में पाँच मंत्र होते हैं। पहले शिव जी की वंदना, पार्वती की वंदना, हनुमान जी की वंदना, वाल्मीकि की वंदना, मां सीता की वंदना होती है। उन्होंने कहा गुरु वंदना से मानस का पहला पाठ शुरू होता है।कथा के दौरान बापू ने अपने अंदाज बताया कि हनुमान कभी बूढ़े नहीं हो सकते, मुझे कोई बूढ़ा कहे मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगेगा, मर जाएंगे लेकिन बूढ़े नहीं होंगे।मोरारी बापू ने कथा सुनने आए हरियाणा कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, रामबिलास शर्मा, बीजेपी नेता गोपाल शर्मा, पवन जिंदल, मेयर सुमन बाला समेत सभी वरिष्ठ लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि, कुछ महीने पहले स्मृति ईरानी ने फोन कर विनती की, वह सीढियों पर बैठकर कथा सुनना चाहती हैं। बापू ने कहा कुर्सी पर तो पहले से ही हैं वह, उन्हें यह जानकर अच्छा लगा कि वह राम कथा का हिस्सा बनना चाहती हैं।  बापू ने बताया फरीदाबाद नगरी शेख फरीद के नाम पर है और यह फरीद निजामुद्दीन औलिया के गुरु हैं और उनके गुरु सलमी अली चिश्ती हैं। फरीदकोट और फरीदाबाद उनके नाम पर है। उन्होंने इस दौरान रमजान के पाक पर्व का भी जिक्र किया।

Posted by: | Posted on: May 25, 2018

26 मई को शहर होगा राममय, मोरारी बापू करेंगे श्रीराम कथा

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ​):  शहर में मोरारी बापू द्वारा श्रीराम कथा शुरू होने जा रही है। 26 मई को कथा शाम 4:30 से 7:00 बजे तक होगी, वहीं 27 मई से मोरारी बापू सुबह 9:30 से दोपहर 01:00 बजे तक कथा करेंगे। श्रीराम कथा 3 जून को संपन्न होगी।

कथा की पूरी जानकारी के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई। इस दौरान मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला और वीपी डॉ. अमित भल्ला ने पत्रकारों को पूरी जानकारी दी। डॉ अमित भल्ला ने बताया कि, श्रीराम कथा को लेकर उन्हें सभी सस्थानों से सहयोग मिला हैं और वह इसके आभारी हैं। उन्होंने इस दौरान सभी आरडब्ल्यूए, रोड सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन, वोलंटियर्स, डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन, सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं समेत सभी का धन्यवाद किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि, सुरक्षा को लेकर कथा स्थल पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं और उसके लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। चिकित्सा के लिए सर्वोदय अस्पताल की ओर से कथा स्थल पर डिस्पेंसरी बनाई गई है, साथ ही सभी धर्मशालाओं के बाहर एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया है।

डॉ. प्रशांत भल्ला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि, रोजाना कथा में 15 हजार से ज्यादा राम भक्तों के आने की उम्मीद है। भक्तों को कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी का रहने, खाने-पीने और उनके लिए आने-जाने के लिए नि:शुल्क बसों की पूरी व्यवस्था की गई है।

इस दौरान पर्फेक्ट बेक इंडस्ट्रीज के  एचके बतरा,  बीके सिंगला, आरके बंसल,  राजकुमार अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ लोग मौजूद रहे।

27 मई को कवि सम्मेलन का आयोजन

भक्त 27 मई शाम 5:30 से 7:30 बजे तक होने वाले कवि सम्मेलन में भी आमंत्रित हैं। कवि सम्मेलन देश के प्रसिद्ध कवियों:- प्रो. वसीम बरेलवी,परवाज़ जी , नईम अख्तर, तारिक़ कंवर, मुमताज़ नसीम, पंकज पलाश, निवेश साहू, अशोक पंकज, राज कौशिक द्वारा किया जा रहा है।

Posted by: | Posted on: May 19, 2018

मानव रचना फरीदाबाद वासियों के लिए कर रहा है नेक कार्य: विपुल गोयल 

 फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ): मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की ओर से आयोजित करवाई जा रही मोरारी बापू की श्रीराम कथा को लेकर बल्लभगढ़ की अग्रवाल धर्मशाला में महत्वपूर्ण बैठक  हुई। इस बैठक में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के प्रेजिडेंट डॉ. प्रशांत भल्ला, मानव रचना के ट्रस्टी एम एम कथूरिया, MRIIRS के वीसी डॉ ऍन सी  वाधवा, डीसी चौधरी,  बीजेपी जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, महिपाल आर्य, जिला सरपंच अध्यक्ष; भगवन दास गोयल, प्रधान, अग्रवाल धर्मशाला ने भी हिस्सा लिया।
Posted by: | Posted on: May 18, 2018

ब्राह्मणों पर टिप्पणी करने वाले एचएसएससी चेयरमैन को बर्खास्त करना सरहानीय कदम

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) : एचएसएससी चेयरमैन भारती द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी के बाद आज ब्राह्मण समाज का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिला, जिसमें उन्होंने एचएसएससी चेयरमैन पर कड़ी कार्यवाही की मांग की। मुख्यमंत्री ने ब्राह्मणोंं समाज के साथ किए गए इस प्रकार के व्यवहार के लिए खेद जताया और कड़ी कार्यवाही करते हुए एचएसएसी चेयरमैन भारती को बर्खास्त कर दिया। इसके अलावा उन्होंने दोषी कर्मचारियों एवं पब्लिशर के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि धर्म एवं जाति के नाम पर किसी भी समाज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग में शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा एवं प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला मौजूद थे। प्रतिनिधिमंडल में शामिल अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने मुख्यमंत्री के इस फैसले की सराहना की और कहा कि किसी भी धर्म एवं सम्प्रदाय पर अशोभनीय टिप्पणी करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत करते हैं, उन्होंने ब्राह्मण समाज को पूरा मान-सम्मान दिया। सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कहा कि मुख्यमंत्री एक उदार ह्रदय के व्यक्ति हैं और सभी धर्मों का तहे दिल से सम्मान करते हैं।
Posted by: | Posted on: May 16, 2018

ढाई साल की नव्या सूद ने अपनी शतरंज प्रतिभा का लोहा मनवाया

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) : जिस उम्र में बच्चा सही तरीके से बोल और चल भी नहीं पाता है, उसमें ग्रीन वैली में रहने वाली नव्या सूद ने अपनी शतरंज प्रतिभा का लोहा मनवा दिया है। महज ढाई साल की नव्या सूद ने हाल ही संपन्न हुई जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता अंडर-7 आयुवर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि पर शतरंज एसोसिएशन भी स्तब्ध है। इस जीत के साथ ही नव्या ने 11 मई से पंचकूला में होने वाली राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में अपना स्थान पक्का कर लिया है।

प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली खिलाड़ी नव्या से चार साल बड़ी है। नव्या के पिता संजय सूद का इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का व्यवसाय है और फुर्सत के क्षणों में अपनी पत्नी नीतू सूद के साथ शतरंज खेलना पसंद करते हैं। वह साथ में बैठकर खेल को देखती रहती थी। इस दौरान वह कई बार हाथ मारकर बिसातों को फैला दिया करती थी, लेकिन समय बीतने के साथ वह गंभीर होने लगी और शतरंज की चालों को समझने लगी। इस दौरान उनके माता-पिता को अहसास हुआ कि नव्या का जन्म शतरंज खेलने के लिए हुआ है। परिजनों ने बताया कि बड़ी बेटी संजना 10वीं कक्षा में है और उसे गणित विषय पढ़ाने के लिए अध्यापक घर आते हैं। पढ़ाई के दौरान नव्या भी संजना के पास पहुंचकर डिस्टर्ब किया करती थी, जब उसे कमरे से बाहर लेकर आते थे, तो वह रोती थी। एक दिन नव्या ने बहुत ही मासूमियत से तोतली भाषा में बहन संजना की तरह घर पर टीचर लगाने की जिद पकड़ ली। बेटी की जिद को पूरी करने के लिए संजय सूद ने शतरंज कोच डीएस सूरी के पास उसकी ट्रे¨नग शुरू करा दी। उसे ट्रे¨नग लेते हुए अभी चार महीने ही हुए हैं।