एक रूपया लेकर भी विदेश भागने वाले को मिले कड़ी सजा-दुष्यंत चौटाला

Posted by: | Posted on: July 20, 2018
 हिसार ( विनोद वैष्णव )। हिसार के साथ साथ प्रदेश भर के लाखों निवेशकों का करोड़ों रूपऐ डकारने वाली पीएसीएल कंपनी के मामले की गूंज आज लोकसभा में सुनाई दी। इनेलो संसदीय दल के नेता व हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला ने इस मामले को लोकसभा में उठाते हुए निवेशकों के पैसे न लौटाने वाली कंपनी के खिलाफ सख्त कानूनी प्रावधान करने की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि देश से एक रूपया भी लेकर विदेश भागने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में देश के लोगों के साथ आर्थिक खिलवाड़ न हो।
वीरवार को लोकसभा में पेश किए गए भगौड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक 2018 पर चर्चा में भाग लेते हुए सांसद दुष्यंत चौटाला ने कमेरे वर्ग का पैसा लेकर विदेश में भागने वालों को कड़ी सजा देने वाले इस विधेयक का स्वागत किया। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि यह कानून केवल 100 करोड़ रूपये से अधिक राशि की बजाय हर उस व्यक्ति पर लागू होना चाहिए जो देश का एक रूपया भी लेकर विदेश भाग जाता है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक में भी संविधान में नागरिकों के समानता के अधिकार का ध्यान रखा जाना चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने केंद्र सरकार से स्पष्ट करने को कहा कि इस बिल में उन देशों के नामों का भी जिक्र करे जिनसे के साथ अनुबंध के तहत अपराधी के प्रत्यपर्ण की संधि है। उन्होंने इस बिल को उस दिन से लागू करने का सुझाव दिया जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।
इनेलो सांसद ने हिसार लोकसभा क्षेत्र में निवेशकों का करोड़ों रूपये की राशि हजम करने वाली पीएसीएल ग्रुप का भी लोकसभा में जिक्र  करते हुए कहा कि हिसार के लाखों निवेशकों का पैसा पीएसीएल कंपनी दबाए बैठी है और इस कंपनी ने आज तक एक रूपया भी निवेशकों का लौटाया नहीं है। युवा सांसद ने इस विधेयक में विदेश भागने वाले व्यक्ति की संपत्ति अटैच कर छह माह में निवेशकों का पैसा लौटाने का प्रावधान का जिक्र करते हुए कहा कि आज भी देश मेंअनेक  ऐसी कंपनी हैं जिनकी संपत्ति सेबी ने अटैच कर रखी है परन्तु निवेशकों का एक रूपया भी लौटाया नहीं गया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पूछा कि क्या सरकार पीएसीएल जैसी कंपनी की संपत्ति भी बेचकर निवेशकों के पैसे लौटाएगी।




Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *