बेटी बचाअेा बेटी पढ़ाओं से लिंगानुपात को सुधारने की कवायद शुरु महेंद्रगढ़ जिले में लिंगानुपात चिंताजनक

Posted by: | Posted on: May 13, 2019

गुरुग्राम(विनोद वैष्णव ) |। हरियाणा में घटते लिंगानुपात को लेकर बेटी बचाअेा बेटी पढ़ाओ से लिंगानुपात को सुधारने की कवायद सेंटर फॉर सोशल रिसर्च ने शुरु की है। जिसमें हरियाणा के गुरुग्राम सहित 5 जिलों में तेज गति से घटते लिंगानुपात को सुधारने काम शुरु किया गया है। इसमें महेंद्रगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्र में लिंगानुपात की स्थिति काफी चिंताजनक है। द सेंटर फॉर सोशल रिसर्च सेंटर की निदेशक डॉ. रंजना कुमारी ने बताया कि हरियाणा के अंबाला में एक हजार पर 925, कुरुक्षेत्र 923, गुरुग्राम 931, झज्जर 923 और महेंद्रगढ़ में 889 महिलाएं प्रति हजार पुरुषेंा पर है। इसमें महेदं्रगढ़ जिले की लिंग अनुपात की स्थिति बेहद खतरनाक है। जिसमें महेंद्रगढ़ जिले के कलवाड़ी गाँव में प्रति 1000 लड़कों पर 33  5 लड़कियां, बादोपुर गाँव में 1000 लड़कों पर 476 लड़कियां और 2018 तक वहीं नंगली गाँव में प्रति 1000 लड़कों पर 500 लड़कियाँ हैं। उन्होने कहा कि समुदायों की सेक्स चयन गतिविधियों की निगरानी करने और अन्य संबंधित मुद्दों के बारे में बैठकों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के तहत वित्तीय प्रोत्साहन, बाल विवाह की रोकथाम, पेास्को अधिनियम और संस्थागत बर्थिंग आदि पर ध्यान दिया जा रहा है।डा.रजंना ने कहा कि “भारतीय महिलाएं हर दिन संघर्ष करती हैं, लिंग असंवेदनशीलता देश भर में प्रचलित है जो कि दिल्ली, हरियाणा और अन्य राज्यों में कम लिंग-अनुपात और सेक्स चयनात्मक गर्भपात का कारण भी है। सीएसआर समाज में सभी हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण पर काम करता है। हमारे दृष्टिकोण की कुंजी लड़कियों को बड़े पैमाने पर परिवार और समुदाय के लिए आर्थिक रूप से योग्य बनाना है, इस प्रकार समाज में उनके लिए अधिक से अधिक स्वीकार्यता प्राप्त होगी। इसके लिए एक सक्षम वातावरण बनाने की आवश्यकता है जहां महिलाएं और लड़कियां अपने करियर और सपनों को आगे बढ़ा सकें।
उन्होने बताया कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ परियोजना के तहत अतिरिक्त उपायुक्त जिले के सुशासन सलाहकार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी, बाल संरक्षण अधिकारी, उप सिविल सर्जन और जिला कार्यक्रम अधिकारी के साथ गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र जिले में 20 कम लिंगानुपात वाले गांवों मे पंचायती राज संस्थान मिलकर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहें है। इसके साथ ही 5 जिलों में 22 सामुदायिक निगरानी समूह भी गठित किये है। सीएसआर को मिला सम्मान पूर्व में हरियाणा के 5 जिलों में सीएसआर की परियोजनाओं के चलते झज्जर जिले में सक्षम बालिका शिक्षा और कुरुक्षेत्र  जिले में पूर्व-गर्भाधान और पूर्व-नेटल डायग्नोस्टिक तकनीकों अधिनियम का प्रवर्तन कार्यो पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी द्वारा सेंटर फॉर सोशल रिसर्च को बालिका दिवस पर सम्मानित किया गया।





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